चम्मच, प्लेट, कलम, किताब से भी महिलाएं कर सकती हैं आत्मरक्षा
आरोहण एनजीओ के तत्वावधान में दिल्ली पुलिस ने आज उन्हें इन हथियारों के जरिए आत्मरक्षा के गुर सिखाए और उन्हें हिम्मत दी। इसमें उन लड़कियों और महिलाओं को शामिल किया गया था जिन पर सेक्सुअल अपराधों का जोखिम सबसे अधिक रहता है।
हेड कांसटेबल भारती के नेतृत्व में महिला पुलिस कर्मियों ने मालवीय नगर में आरोहण द्वारा आयोजित समारोह में 300 स्कूली छात्राओं और उनकी माताओं को आत्मरक्षा के तरीके सिखाए। उन्हें सिखाया गया कि अब वे किस तरह सड़क पर, बसों में, मेट्रो में तथा बाजारों में छेड़छाड़ और बलात्कार से खुद अपनी रक्षा कर सकती हैं। भारती ने सबको मोबाइल फोन पर दिल्ली पुलिस की हिम्मत ऐप डाउनलोड करना सिखाया।
11वीं की छात्रा पिंकी आरोहण में मेडिकल कालेज में दाखिले की परीक्षा की कोचिंग ले रही है। इस कार्यक्रम के बाद उसकी हिम्मत बढ़ी है। वे कहती हैं- अब मुझे छेड़ने वाले मजनुओं से निपटना बखूबी आता है। नगमा की मां दूसरे घरों में बर्तन साफ कर परिवार का भरण पोषण करती है। नगमा ने कहा-मेरी मां का डर अब खत्म हो गया है क्योंकि अब उसे अपनी रक्षा करने का तरीका मालूम हो गया है। आरोहण की संस्थापक रानी पटेल ने कहा कि उनकी संस्था बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम से सक्रिय भागीदारी कर रही है। इस मौके पर राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाज व फिटनेस विशेषज्ञ नेहा वशिष्ट भी थीं। उन्होंने भी लड़िकयों और महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रेरित किया। एरिया काउंसिलर नूतन कोचर, वृत्त चित्र निर्माता समीना मिश्रा भी मौजूद थीं। इन लोगों ने महिला दिवस की थीम बी बोल्डफॉर चेंज पर रौशनी डाली। हयात रिजेंसी ने अपने विशेष फूड वैन भेज कर उन्हें ट्रीट दिया। प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. सुधा ने ज्यादा पानी पीने और कम नमक खाने के फायदे गिनाए। पिछले साल मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आरोहण को गुण गौरव के लिए सम्मानित किया था।