पहलवान विनेश फोगाट अपने सहकर्मियों मलिक, पूनिया के साथ विरोध में हुईं शामिल; किया खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का ऐलान
पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा के कुछ दिनों बाद और एक अन्य पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्म श्री लौटा दिया, तीसरे शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट जो भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थीं, उन्होंने घोषणा की है कि वह अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस कर देंगी।
विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हैं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत-बहुत धन्यवाद। फोगाट ने लिखा, ''माननीय प्रधानमंत्री, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। आप तो देश के मुखिया हैं तो आप तक भी यह मामला पहुंचा होगा। मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हू।''
बीजेपी नेता और सांसद बृजभूषण पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मलिक, पूनिया और फोगट सहित ये तिकड़ी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे थी। बृज भूषण के करीबी सहयोगी संजय सिंह के नेतृत्व वाले पैनल ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की, जिसके बाद से छह दिनों के अंतराल में पहलवानों के फैसले तेजी से लिए गए हैं। यह घटनाक्रम विरोध कर रहे खिलाड़ियों के लिए निकाय में नेतृत्व की निरंतरता का संकेत था। बाद में खेल मंत्रालय ने पैनल को निलंबित कर दिया था।