यमुना एक्सप्रेस-वे का बदलेगा नाम, अब इस नाम से मिल सकती है नई पहचान
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जिलों के नाम बदलने के बाद अब एक्सप्रेस-वे का नाम बदलने जा रही है। जानकारी के मुताबिक जल्द ही यमुना एक्सप्रेस-वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जा सकता है। इसकी घोषणा जेवर एयरपोर्ट के भूमि पूजन कार्यक्रम में पीएम मोदी कर सकते हैं। वहीं, पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने आज सीएम योगी जेवर जा रहे हैं। सीएम योगी कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
दरअसल, 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के भूमि पूजन के लिए आ रहे हैं। इसी कार्यक्रम में यमुना एक्सप्रेस-वे का नाम बदलने की घोषणा की जा सकती है। एयरपोर्ट साइट पर जनसभा को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर पुलिस ने भी सुरक्षा एजेंसियों के साथ तैयारी शुरू कर दी है।
उधर, सियासी गलियारों में एक्सप्रेस-वे के नाम बदलने को चुनावी दांव के तौर देखा जा रहा है। इससे पहले भी बीजेपी ने सम्मान देने के लिए स्थलों और परियोजनाओं को अटल बिहारी के नाम से किया है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, ये फैसला इसलिए किया जा रहा है जिससे भारत के सबसे महान और लोकप्रिय नेता को उचित सम्मान दिया जा सके। अटल बिहारी वाजपेयी को हर पार्टी का प्यार मिला है, हर किसी ने उन्हें पसंद किया है, ऐसे में आने वाली पीढ़ियों को भी उनकी महानता के बारे में पता चलना चाहिए।
बसपा सुप्रीमो मायावती के कार्यकाल में शुरू हुआ यह यूपी का पहला एक्सप्रेस-वे था। इसे ताज एक्सप्रेस-वे के रूप में भी जाना जाता है। यह 6-लेन का 165-किमी लंबा एक्सप्रेस-वे है जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा को उत्तर प्रदेश में आगरा से जोड़ता है। इस एक्सप्रेस वे पर 14000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई थी। हालांकि यह एक्सप्रेस-वे मायावती के समय में पूरा नहीं हो सका था। इसका उद्घाटन अखिलेश यादव की सरकार बनने के तीन महीने के बाद 9 अगस्त 2012 को नए मुख्यमंत्री बने अखिलेश यादव ने किया था। इस एक्सप्रेस-वे को जेपी ग्रुप ने बनाया था।