गुजरात: 800 जैन श्रद्धालुओं ने पाकिस्तान के समर्थन पर तुर्की यात्रा रद्द की
गुजरात के जैन लोटस ग्रुप के 800 से ज्यादा सदस्यों ने पाकिस्तान के समर्थन के विरोध में अपनी तुर्की यात्रा रद्द कर दी है। यह समूह दिवाली के बाद 12 दिनों की तुर्की यात्रा पर जाना चाहता था, जिसमें इस्तांबुल और कप्पाडोसिया जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल शामिल थे। लेकिन पाकिस्तान के प्रति तुर्की के समर्थन के चलते उन्होंने यह फैसला लिया।
जैन लोटस ग्रुप के कोषाध्यक्ष विपुल शाह ने बताया कि यह कदम नैतिकता के आधार पर उठाया गया है। उन्होंने कहा, "हम युद्ध में भाग नहीं ले सकते, लेकिन देश के लिए इतना तो कर ही सकते हैं।"
भारत में तुर्की और अज़रबैजान के पाकिस्तान के समर्थन के खिलाफ व्यापक विरोध हो रहा है। यात्रा कंपनियों ने इस वजह से इन देशों के लिए बुकिंग में 60% की कमी और रद्दीकरण में 250% की वृद्धि देखी है। पर्यटक अब जॉर्जिया, सर्बिया, ग्रीस, थाईलैंड और वियतनाम जैसे अन्य विकल्पों की तरफ रुख कर रहे हैं।
व्यापारिक समुदाय भी इस बहिष्कार में शामिल हो गया है। उद्योगपति हर्ष गोयनका ने तुर्की और अज़रबैजान के खिलाफ पर्यटन बहिष्कार की अपील की है। उन्होंने बताया कि 2024 में भारतीय पर्यटकों ने इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया था।
गुजरात के यात्रा एजेंट भी तब तक टूर पैकेज नहीं बनाएंगे जब तक ये देश अपना रुख नहीं बदलते। यह मामला दिखाता है कि कैसे राजनीतिक फैसले भारतीय नागरिकों के यात्रा विकल्पों को प्रभावित कर रहे हैं।