अंकिता मर्डर केस में हाई कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, परिजनों को दिया सुरक्षा का निर्देश
अंकिता हत्या कांड के मामले में हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायमूर्ति एसएन प्रसाद की पीठ में मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा हाजिर थे। अदालत ने अंकिता हत्याकांड के मामले में अब तक की गई कार्रवाई को लेकर पुलिस महानिदेशक से पूछताछ की और परिवार के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया।
दुमका की रहने वाली अंकिता को उसके सनकी आशिक शाहरूख ने 23 अगस्त को तड़के जब अंकिता अपने घर में सोई हुई थी खिड़की से पेट्रोल फेंक कर आग लगा दी थी। अंकित को पिछले 15 दिनों से शाहरूख लगातार छेड़खानी कर रहा था।
रांची के रिम्स में इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई। दो धर्मों का मामला होने के कारण मामले ने ज्यादा ही तूल पकड़ा। रांची से लेकर दुमका तक में विरोध प्रदर्शन हुए। बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं ने स्पीडी ट्रायल चलाकर शाहरूख को फांसी देने की मांग की है। राज्यपाल रमेश बैस ने भी अंकिता की मौत के बाद उसके परिजनों से फोन पर बात की और राज्य में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर गंभीर टिप्पणी की है।
देश भर में इस घटना को लेकर लोगों ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अंकिता के लिए न्याय की मांग की है। केजरीवाल ने ट्वीट किया है, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को टैग करते हुए लिखा है कि ''झारखंड में छात्रा अंकिता सिंह के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस तरह के जघन्य अपराध को देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस मामले की निष्पक्ष जांच हो ताकि मृतका और उनके परिजनों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके'' भारी आक्रोश के बी सोमवार को भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच दुमका में अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। विरोध में दो दिनों तक दुमका के बाजार बंद रहे। इधर सीआईडी के उपाधीक्षक संदीप कुमार के नेतृत्व में मामले की पड़ताल के लिए दस सदस्यीय जांच टीम अंकिता के आवास पहुंची है। साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं ताकि अदालत में पेश कर आरोपी को कम समय में सजा दिलाई जा सके।
पूरे मामले की निगरानी एसपी अंबर लकड़ा कर रहे हैं। मामले में अब तक मुख्य आरोपी शाहरूख और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया जा चुका है। सोमवार को भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी अंकिता के घर जाकर उसके परिजनों से मिले। बाद में पत्रकारों से कहा कि जिस समय लतरातू में मुख्यमंत्री मटन खाकर सीटी बजा रहे थे उसी समय रिम्स में अंकिता तड़प रही थी। उन्होंने इलाज में भी लापरवाही का आरोप लगाया है।