मैं भी पीएम की तरह कह सकता हूं, सत्यमेव जयते-कन्हैया
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया ने आज हिरासत से छूटने के बाद अपने चिर-परिचित अंदाज में जेएनयू में भाषण दिया। कन्हैया ने सीधे-सीधे प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे उन्होंने अपनी मंत्री के भाषण के बाद ट्विट किया था—सत्यमेव जयते, ठीक उसी तर्ज मैं कहूंगा कि मैं भी यह कह सकता हि आज मैं भी तर्ज पर कह सकता हूं---सत्यमेव जयते।
कन्हैया के स्वागत में बड़ी संख्या में छात्र ढोल व ढफली लेकर खड़े थे, जहां से वे कन्हैया को लेते हुए मार्च की शक्ल में एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तक गए। कल शाम दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा कन्हैया को जमानत पर रिहा करने का आदेश देने के बाद से ही समूचे जेएनयू में उत्साह व जश्न का माहौल था। कन्हैया ने अपने भाषण में एबीवीपी पर भी हमला बोला लेकिन एबीवीपी की जेएनयू इकाई को जेएनयू के बाहर के एबीवीपी के संगठन की तुलना में ज्यादा तार्किक बताया। लेकिन उन्होंने साफ किया कि उनके मन में किसी से बदला लेने का कोई भाव नहीं है क्योंकि हम लोकतांत्रिक हैं और हमारे लिए वे सिर्फ विपक्ष हैं।
लेकिन कन्हैया केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर प्रहार करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ करते तो हैं लेकिन मन की बात सुनते नहीं हैं। कन्हैया ने कहा कि जेएनयू खुद को लंबी लड़ाई के लिए तैयार कर रहा है। लेकिन उन्होंने इस बात से आगाह किया कि जेएनयू के भीतर के माहौल और बाहर के माहौल में बहुत अंतर है और यह खाई बढ़ाई जा रही है।