आरोपी निकला कोरोना पॉजिटिव, मुंबई मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मियों समेत 22 क्वारेनटाइन
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुम्बई में चोरी और तोड़फोड़ के एक आरोपी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मजिस्ट्रेट, अदालत के कर्मचारी और पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 22 लोगों को क्वारेनटाइन करना पड़ा है।
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान गोरेगांव उपनगर के बंगुर नगर में 21 अप्रैल को सिगरेट के पैकेट चुराने के लिए आरोपी एक बंद दुकान में तोड़फोड़ करते हुए पकड़ा गया था। हालांकि, एक पुलिस गश्ती दल ने उसे रंगे हाथ पकड़ा और बाद में पाया कि वह अन्य अपराधों के लिए पहले मुंबई से बाहर किया गया था।
आरोपी को अगली सुबह एक उपनगरीय अदालत में हॉलिडे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिसने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया।
इस तरह कोरोना का चला पता
आरोपी को पुलिस वैन में ठाणे सेंट्रल जेल में ले जाया गया था, लेकिन ठाणे जेल में क्षमता से अधिक कैदी होने कारण उसे रायगढ़ के तलोजा सेंट्रल जेल ले जाया गया। तलोजा सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने कोविद -19 परीक्षण से गुजरने के बिना उसे लेने से इनकार कर दिया, इसलिए आरोपी को मुंबई के सर जे अस्पताल लाया गया जहां वह शनिवार (25 अप्रैल) को कोरोना पॉजिटिव निकला।
तीन दिन तक पुलिसकर्मियों के साथ था आरोपी
इस घटना ने बांगुर नगर पुलिस स्टेशन और अन्य स्थानों पर दहशत पैदा कर दी। क्योंकि आरोपी ने तीन दिनों तक विभिन्न पुलिस एस्कॉर्ट्स के साथ यात्रा की थी, जिससे वे सभी उच्च जोखिम वाले संपर्क थे।
14 दिनों के लिए होम क्वारेनटाइन
नाम नहीं बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, आखिरकार स्वास्थ्य अधिकारियों के परामर्श से एक मजिस्ट्रेट एक दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों और अदालत के कर्मचारियों को 14 दिनों के लिए 'होम क्वारेनटाइन' के लिए भेजा गया है।
भय का माहौल
गौरतलब है की महाराष्ट्र में कोरोना से दो पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है। ऐसे में इस घटना ने पुलिस कर्मियों और अदालत के कर्मचारियों के बीच एक भय की मनोविकृति पैदा की है। क्योंकि वे विभिन्न अपराधों में आरोपी व्यक्तियों के साथ काम करते है और नियमित रूप से उनके सामने पेश किए जाते हैं।