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23 February 2020

शाहीन बाग मामले में वार्ताकार का सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा- धरना शांतिपूर्ण, पुलिस ने बंद किए रास्ते

शाहीन बाग में रास्ता खुलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त किए गए वार्ताकार वजाहत हबीबुल्लाह ने अपनी रिपोर्ट शीर्ष अदालत में पेश कर दी है। उन्होंने कहा है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा है कि वहां पांच रास्ते पुलिस ने बंद किए हैं।

दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दो महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन जारी है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार वजाहत हबीबुल्ला ने सड़क बंद होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया है। हलफनामे में कहा गया है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। पुलिस ने पांच जगहों पर रोड ब्लॉक किया है।

बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने वजाहत हबीबुल्ला से प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने और हल निकालने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद वजाहत हबीबुल्ला प्रदर्शन स्थल पर गए और उन्होंने हलफनामा दायर किया है।

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सोमवार को होगी सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को दो सदस्यीय बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी। वजाहत के अलावा इस मामले में संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को वार्ताकार बनाया गया है।

एक रास्ता खुला

सत्तर दिन से धरनास्थल बने शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने शाम को कालिंदी कुंज 9 नंबर की सड़क खोल दी। इस रोड के खुलने से बटला हाउस, जैतपुर, जामिया नगर और होली फैमिली अस्पताल से फरीदाबाद जाने वालों को लाभ होगा। हालांकि कालिंदी कुंज रोड से होकर वाया पुश्ता रोड फरीदाबाद आसानी से पहुंच सकेंगे, लेकिन फरीदाबाद से दिल्ली आने वालों की मुश्किलें जस की तस हैं।

अब तक वार्ता बेनतीजा

गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार को शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों से सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार साधना रामचंद्रन की चौथे दिन की बातचीत भी बेनतीजा रही। शनिवार सुबह वार्ताकार रामचंद्रन यहां पहुंचीं और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को रास्ता खोलने के लिए समझाया। प्रदर्शनकारियों ने वार्ताकार के सामने सात मांगें रखते हुए कहा कि जब तक सीएए वापस नहीं लिया जाता, तब तक रास्ते को खाली नहीं किया जाएगा। शनिवार सुबह 10.30 बजे शाहीन बाग पहुंची साधना रामचंद्रन ने कहा, "यदि रास्ता नहीं खुला तो हम आपकी सहायता नहीं कर पाएंगे। हम प्रदर्शन समाप्त करने को नहीं कह रहे हैं।" उन्होंने कहा, "मैं यहां सरकार की ओर से नहीं आई हूं। हम सुप्रीम कोर्ट से कहेंगे की आपको सुरक्षा दी जाए। आपको एक पार्क दे दिया जाएगा, जहां पर आप प्रदर्शन को जारी रख सकते हैं।"

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TAGS: Affidavit, Wajahat Habibullah, Shaheen Bagh, Supreme Court
OUTLOOK 23 February, 2020
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