Advertisement
27 November 2021

बोले कृषि मंत्री तोमर- " किसान अपने-अपने घर लौटें, दर्ज मामलों पर निर्णय राज्य सरकारें लेंगी", टिकैत का पलटवार- "सरकार दे मुआवजा तब धरना करेंगे खत्म"

बीते 26 नबंवर को कृषि कानूनों के विरोध में खड़ा हुए किसान आंदोलन को एक  साल हो चुका है। पीएम मोदी के बीते सप्ताह कृषि कानून को वापस लेने के ऐलान के बाद अब केंद्र सरकार कृषि कानून को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। लेकिन, किसान अभी भी कुछ मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। शनिवार को  कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अनुरोध किया है कि वो आंदोलन खत्म करें और अपने-अपने घर वापस चले जाएं।

कृषि मंत्री ने कहा, "तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान के बाद मुझे लगता है कि अब आंदोलन का कोई औचित्य नहीं है। इसलिए मैं किसानों और किसान संगठनों से निवेदन करता हूं कि वो आंदोलन खत्म करें। बड़े मन का परिचय दें और पीएम मोदी की जो घोषणा है उसका आदर करते हुए अपने-अपने घर लौटें।"

तोमर के बयान के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सरकार द्वारा एमएसपी पर कानून की हमारी मांग को स्वीकार करने के बाद ही हम घर जाएंगे और विरोध वापस लेंगे। हमारा जनवरी तक दिल्ली बोर्डर में रहने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, "यदि सरकार एमएसपी और धरना के दौरान मारे गए 750 किसानों के लिए मुआवजे की हमारी मांग को स्वीकार करेगी तो हम तुरंत घर चले जाएंगे।"

Advertisement

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने बयान में कहा है कि जहां तक विरोध प्रदर्शन के दौरान दर्ज मामलों का संबंध है तो यह मामला राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में आता है और वे ही इस मुद्दे पर निर्णय लेंगे। राज्य सरकारें ही अपनी राज्य नीति के अनुसार मुआवजे के मुद्दे पर भी निर्णय लेंगी।

कृषि मंत्री ने ये भी कहा कि अब देश में पराली जलाना अपराध नहीं होगा। गौरतलब हो कि किसानों ने इस मुद्दे को भी सरकार के सामने जोर-शोर से उठाया था, जिसपर संज्ञान लेते हुए नरेंद्र सिंह तोमर के कहा, "किसान संगठनों ने पराली जलाने पर किसानों को दंडनीय अपराध से मुक्त किए जाने की मांग की थी। भारत सरकार ने यह मांग को भी मान लिया है।"

हालांकि, किसानों की एक और मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाया जाए। इस पर कृषि मंत्री ने कहा है, "प्रधानमंत्री ने जीरो बजट खेती, फसल विविधीकरण, एमएसपी को प्रभावी, पारदर्शी बनाने जैसे विषयों पर विचार करने के लिए समिती बनाने की घोषणा की है। इस समिती में आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधि भी रहेंगे।"

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Agriculture Minister, Narendra Singh Tomar, State governments, Rakesh Tikait, Farmers Agitation, MSP, Narendra Modi
OUTLOOK 27 November, 2021
Advertisement