दो सौ प्राचीन कलाकृतियां अमेरिका ने लौटाई
वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में आयोजित एक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सांस्कृतिक धरोहर वापस करने के लिए अमेरिकी सरकार और राष्ट्रपति बराक ओबामा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, कुछ लोगों के लिए इन कलाकृतियों की कीमत मुद्रा के रूप में हो सकती है लेकिन हमारे लिए यह इससे कहीं ज्यादा है। यह हमारी संस्कृति और विरासत का हिस्सा है। अमेरिका की ओर से लौटाई गई चीजों में धार्मिक मूर्तियां, कांसे और टैराकोटा की कलाकृतियां शामिल हैं। इन्हें भारत के धार्मिक स्थलों से लूटा गया था।
इनमें एक मूर्ति संत माणिककविचावकर की है, जो चोल काल (850 इस्वी सन् से 1250 इस्वी) के तमिल कवि थे। इस मूर्ति को चेन्नई के सिवान मंदिर से चुराया गया था। इसकी कीमत 15 लाख डॉलर है। इसके अलावा लौटाई गई चीजों में भगवान गणेश की एक कांसे की मूर्ति भी है, जो 1000 साल पुरानी मालूम होती है। विकास स्वरूप की ट्वीट के मुताबिक, अमेरिका की अटॉर्नी जनरल लोरेटा लिंच ने कहा, `हमने आज चोरी हुई 200 से ज्यादा सांस्कृति चीजें भारत को लौटाने की प्रक्रिया शुरू की।‘
इनमें से अधिकतर सामान ऑपरेशन हिडन आइडल के दौरान बरामद किए गए थे। यह जांच वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। इस मामले में आर्ट ऑफ द पास्ट गैलरी का मालिक सुभाष कपूर हिरासत में लिया गया था। उसपर भारत में मुकदमा चल रहा है।