भारत-पाक तनाव के बीच बढ़ाई गई विदेश मंत्री जयशंकर की सुरक्षा, केंद्र सरकार ने दिए ये आदेश
विदेश मंत्री एस जयशंकर की जेड श्रेणी की सशस्त्र केंद्रीय सुरक्षा की हाल ही में समीक्षा के बाद दो बुलेट रोधी वाहन जोड़कर उनका सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है।
यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के कुछ दिनों बाद उठाया गया है, तथा 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद नई दिल्ली द्वारा इस्लामाबाद के खिलाफ दंडात्मक कूटनीतिक कदम उठाए जाने के बाद उठाया गया है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
70 वर्षीय जयशंकर इस संबंध में विदेश मंत्रालय (एमईए) की पहलों का नेतृत्व कर रहे हैं। वे पहलगाम हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विभिन्न विश्व नेताओं और विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों से बात कर रहे हैं।
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि हाल ही में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा जयशंकर की सशस्त्र सुरक्षा की समीक्षा की गई थी और उन्होंने उनके जेड श्रेणी के काफिले में बुलेट रोधी वाहन जोड़ने की सिफारिश की थी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा आवश्यकताओं के मद्देनजर दो नए बुलेट प्रूफ वाहनों को शामिल करना जरूरी हो गया था और यह व्यवस्था हाल ही में की गई है। उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है।
इसी तरह की समीक्षा और उनके खतरे की धारणा पर जानकारी के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2023 में जयशंकर के सुरक्षा स्तर को वाई श्रेणी से बढ़ाकर दूसरे सबसे ऊंचे जेड स्तर पर कर दिया।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा मंत्री को सशस्त्र सुरक्षा प्रदान करती है। केंद्रीय सुरक्षा सूची के अंतर्गत वीआईपी सुरक्षा कवर जेड-प्लस (उन्नत सुरक्षा संपर्क) से शुरू होकर जेड-प्लस, जेड, वाई, वाई-प्लस और एक्स तक होता है।
सीआरपीएफ के वीआईपी सुरक्षा कवर में वर्तमान में लगभग 200 लोग हैं, जिनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस के प्रथम परिवार - सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हैं।