जो मोदी नहीं कर पाए, आनंदी बेन ने कर दिखाया
हकीकत यह है कि महिला खुद इतनी सशक्त होती है कि जिस परिवार में महिलाएं नहीं होती वहां के पुरुष अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभा पाते। उन्होंने कहा कि भारत की महिलाएं हमेशा से बहुमुखी प्रतिभा की धनी रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला जनप्रतिनिधियों के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी है और उन्हें उम्मीद है कि इस दो दिवसीय सम्मेलन से मिले अनुभवों को वह अपने-अपने क्षेत्र में जाकर बांटेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी राष्ट्र के निर्माण में पैसे, इमारतें नहीं वहां के नागरिक मुख्य भूमिका निभाते हैं और भारत में नागरिकों को मांएं ही सशक्त बनाती आई हैं। इसलिए राष्ट्र का निर्माण सही मायने में महिलाएं ही करती हैं।
सम्मेलन में खास बात रही दिल्ली की पूर्व मुख्य सचिव शैलजा चंद्रा का संबोधन। छह मार्च को आयोजित महिला जनप्रतिनिधियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे सत्र में कंट्रीब्यूटिंग टू बेटर गर्वनेंस एंड लेजिस्लेशन विषय पर पैनल बहस में उन्होंने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल की जमकर तारीफ की। वरिष्ठ नौकरशाह रहीं शैलजा चंद्रा ने कहा कि गुजरात में आनंदी बेन सरकार ने ट्रांसफर पोस्टिंग के धंधे पर रोक लगाने में कामयाबी पाई है जो कि उनकी सरकार की बड़ी उपलब्धि है। गौरतलब है कि आनंदी बेन पटेल से पहले गुजरात में खुद नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे और शैलजा चंद्रा की तारीफ का अर्थ यह निकलता है कि इस धंधे पर मोदी रोक नहीं लगा पाए थे मगर आनंदी बेन को उसमें कामयाबी मिली।