बापू और शास्त्री जी को देश ने किया याद
स्वच्छता अभियान को लेकर रविवार को देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। स्वच्छ भारत मुहिम में सिक्किम सबसे अव्वल रहा है। देश के एक लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं, लेकिन 44 फीसदी गांव ऐसे हैं जहां अभी इस मिशन की जरूरत सबसे ज्यादा है।
पीएम मोदी की मुहिम धीरे-धीरे रंग ला रही है और सरकार के मिशन स्वच्छ भारत का असर भी दिखने लगा है। अब पीएम नरेंद्र मोदी का मिशन 'स्वच्छ भारत' दो साल का हो गया है। दो अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन देश भर में व्यापक तौर पर एक आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था। दो अक्बूटर 2019 तक भारत को गंदगी मुक्त करने का लक्ष्य है जो सपना देश के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने देखा है। उसकी मंजिल अभी तीन साल दूर है। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लोगों से स्वच्छ भारत अभियान में योगदान करने की अपील की।
सिक्किम देश का पहला राज्य बना है, जिसने पीएम मोदी के सपने को साकार कर दिया है। सरकार के मुताबिक 2 साल के भीतर देश के एक लाख गांव तरह खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त हो गए हैं, लेकिन 44 फीसदी गांव अभी ऐसे हैं जहां मिशन अभी बाकी है। 31 अक्टूबर तक लक्ष्य है कि देश में गंगा के किनारे कोई ऐसी जगह नहीं बचेगी, जहां खुले में शौच करना मजबूरी रहे।
देश के 24 जिलों में अब कोई खुले में शौच नहीं करता। अब तक 24 लाख से ज्यादा निजी शौचालय बनाए गए हैं। 19 लाख टॉयलेट तैयार होने वाले हैं। 2 साल में 90 हजार सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं। देश के जो 4041 शहर चुने गए उनमें 405 खुले में शौच से आजाद हो चुके हैं। गुजरात और आंध्र प्रदेश के शहरों ने दो साल में इस मिशन को पूरा कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मानते हैं कि सिर्फ सरकार की कोशिश नहीं बल्कि जनता की जागरुकता से स्वच्छ भारत अभियान एक बड़ा मिशन बन गया है और जनता के सहयोग से ही इस मुहिम को कामयाबी मिल रही है। केंद्र सरकार ने अमिताभ बच्चन और सचिन तेंदुलकर को इस मिशन का ब्रॉन्ड एंबेस्डर बनाया है, जिससे देश का हर नागरिक इस मिशन से जुड़ने के लिए प्रेरित हो सके और इस आंदोलन का सिपाही बन सके।