उन्नाव मामले की जांच तेज करने के लिए सीबीआई ने 20 अधिकारियों का अतिरिक्त विशेष दल गठित किया
सीबीआई ने उन्नाव दुष्कर्म की पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे की जांच के लिये 20 अधिकारियों का अतिरिक्त विशेष दल गठित किया है। इनमे एसपी, एएसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। ये सभी 30 जुलाई को दर्ज एक्सीडेंट केस की जांच करेंगे। यह टीम शुक्रवार को दुर्घटना स्थल पर पहुंची और मामले की जांच की।
गौरतलब बै कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर की जा रही है। जो टीम पहले से जांच कर रही उसमें 5 अधिकारी थे अब उनको ये अन्य 20 अधिकारी भी केस में सहायता करेंगे। ये केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की है टीम है जिसमें सीबीआई के ही विशेषज्ञ हैं जिन्हें अलग-अलग स्थानों से बुलाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव बलात्कार कांड पीड़ित के वाहन से ट्रक की टक्कर के मामले को रायबरेली से दिल्ली की अदालत में स्थानांतरित करने संबंधी अपने आदेश में शुक्रवार को संशोधन कर दिया क्योंकि इस घटना की जांच अभी पूरी नहीं हुयी है। इस दुर्घटना में बलात्कार पीड़ित और उसका वकील बुरी तरह जख्मी हो गये थे जबकि पीड़ित के दो परिजनों की इसमें मृत्यु हो गयी थी।
सीजेआई रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ ने सीबीआइ्र की ओर से सालिसीटर जनरल तुषार मेहता के इस कथन का संज्ञान लिया कि पिछले रविवार को हुयी इस दुर्घटना की जांच अभी जारी है।
मेहता ने कहा कि चूंकि दुर्घटना संबंधी इस मामले की जांच अभी चल रही है, इसलिए कानूनी प्रावधानों के तहत इसका स्थानांतरण नहीं किया जा सकता है। उन्होंने पीठ से अनुरोध किया कि इसकी जांच पूरी होने तक इस मामले का स्थानांतरण विलंबित रखा जाये।
शीर्ष अदालत ने बृहस्पतिवार को जांच ब्यूरो को इस मामले की जांच का काम सात दिन के भीतर पूरा करने का आदेश देने के साथ ही उन्नाव कांड से संबंधित पांच मामले दिल्ली की अदालत में स्थानांतरित कर दिये थे।