Advertisement
02 February 2021

संसद के अंदर और बाहर, दोनों जगह किसानों के मुद्दे पर बातचीत को तैयार, विपक्ष के हंगामें के बाद बोले तोमर

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। वहीं अब दिल्‍ली पुलिस ने बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों को दोबारा से दिल्‍ली में घुसने से रोकने के लिए कई स्‍तरीय सुरक्षा व्‍यवस्‍था कर दी है। ताकि हर हाल में किसानों को राजधानी के भीतर दाखिल होने न दिया जाए। इसके लिए कंटीलें तारों से लेकर पक्‍की दीवार और रोड पर लंबी लंबी कीलें तक लगा दी गई हैं। इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि वो संसद के भीतर या बाहर, कहीं भी किसानों से जुड़े मुद्दे पर चर्चा को तैयार है। वहीं, गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ये आंदोलन जल्द खत्म होने वाला नहीं है। हमारा नारा है- कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।

किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि 6 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान किया है। इस दिन किसानों ने घोषणा की है कि नेशनल और स्टेट हाईवेज को जाम किया जाएगा। संगठनों का कहना है कि शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक नेशनल और स्टेट हाईवेज को जाम किया जाएगा। वहीं, किसान संगठनों का दावा है कि पंजाब से दिल्ली परेड में शामिल होने के लिए आने वाले सौ से अधिक युवा गायब हैं। उनकी कोई खोज-खबर नहीं है।

लोकसभा में सत्र के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि इन तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में अब तक 170 किसानों की मौत हो गई है। रंजन ने कहा, "किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है। ब्रिटिश शासन के समान इस वक्त स्थिति है।" इसी के बाद तोमर की तरफ से ये प्रतिक्रिया आई है।

Advertisement

केंद्र के इन कृषि से संबंधित कानूनों के विरोध में कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, सपा और बसपा ने सदन में हल्ला बोला। विरोध करते हुए इनके नेता स्पीकर ओम बिरला के करीब आ गए। इसके बाद बिराल ने सभी को अपनी सीटों पर वापस जाने की अपील की। बिरला ने कहा, "यह सदन बहस और चर्चा के लिए है। कृपया अपनी सीटों पर वापस जाएं।"

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Centre Ready To Discuss Farmers’ Issues, Inside And Outside Parliament, Narendra Singh Tomar, नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि कानून
OUTLOOK 02 February, 2021
Advertisement