विवाद पर एनआईएफटी चेयरमैन चौहान बोले, होशियार हूं, जल्द सीख जाऊंगा
दो बार के भाजपा सांसद चाैहान से मुरादाबाद में जब उनकी नियुक्ति को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मीडिया से ही सवाल कर डाला। चेतन ने कहा, ”कोई सांसद बनता है उसे जानकारी होती है क्या ? क्या कोई आईएएस अधिकारी होता है तो उसे सारी जानकारी होती है ? जानकारी प्राप्त कर ली जाती है। मैं भी जल्द सीख जाऊंगा। उन्होंने आगे कहा, ”बैंक में नौकरी की है, इसलिए फाइनेंस की समझ है। क्रिकेट का भी अनुभव है। एडमिनिसट्रेशन का अनुभव मेरे पास है मुझे कोई समस्या नहीं होगी”।
सरकार चेतन चौहान की नियुक्ति पर सोशल मीडिया से लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा, ‘मोदी जी ने चुनकर चापलूसों की एक फौज एकत्र कर ली है। गजेंद्र चौहान, चेतन चौहान, पहलाज निहलानी, स्मृति ईरानी’। निफ्ट एक्ट 2006 के प्रावधान के मुताबिक, ‘बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) का अध्यक्ष एक जाना-माना शिक्षाविद, वैज्ञानिक, टेकनोलॉजिस्ट या प्रोफेशनल हो सकता है, जिसे इंस्टीट्यूट के विजिट द्वारा नॉमिनेट किया गया हो।