कोयला घोटालाः आरोपी ने जज से संपर्क किया, मिली चेतावनी
सोमवार को सुनवाई के दौरान जिंदल के वकील हरिहरन ने अदालत से कहा कि जिंदल समूह प्रबंधन ने इस मुद्दे का कड़ा संज्ञान लिया है और उन्होंने न्यायाधीश से वादा किया कि ऐसे आचरण की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
उन्होंने विशेष सीबीआई न्यायाधीश भरत पराशर से कहा, प्रबंधन ने इसका कड़ा संज्ञान लिया है और हम कार्रवाई कर रहे हैं। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि यह फिर बिल्कुल नहीं होगा। मुझे आज सुबह ही इस बात का पता चला। अदालत के सू़त्रों के मुताबिक आरोपी ने न्यायाधीश से संपर्क करने की कथित रूप से कोशिश की थी जिसके बाद अदालत ने उसे चेताया था और चेतावनी दी थी कि यदि ऐसी चीज दोहरायी गयी तो वह कार्रवाई करेंगे।
जिंदल रियलटी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राजीव जैन और गगन स्पॉन्ज आयरन प्राइवेट लिमिटड (जीएसआईपीएल) के निदेशक गिरीश कुमार सुनेजा इस मामले में अन्य आरोपियों में शामिल हैं। सुनवाई शुरू होने पर न्यायाधीश ने सभी आरोपियों के वकीलों से कहा कि ऐसा फिर हुआ है और वह केस रिकार्ड में उसका जिक्र करेंगे। विशेष सीबीआई न्यायाधीश भरत पराशर ने कहा, मुझे यह कहते हुए बड़ा दुख है कि इस मामले में इतने वरिष्ठ वकीलों के पेश होने पर मैंने आशा नहीं की थी ऐसा होगा। हालांकि उन्होंने उनसे संपर्क करने वाले आरोपी की पहचान का खुलासा नहीं किया। इस मुद्दे पर वरिष्ठ वकील हरिहरन द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद न्यायाधीश ने कहा, यह फिर हुआ। इसे फिर दोहराया गया। यदि आप चाहते हैं कि मैं इसका रिकार्ड में जिक्र करूं तो मैं करूंगा।
उन्होंने कहा, मैं इसकी उम्मीद नहीं कर रहा था। आप जैसे वरिष्ठ वकीलों के होने पर भी यदि यह आपकी जानकारी के बगैर हो रहा है तो मैं कुछ नहीं कह सकता लेकिन इसकी उम्मीद नहीं थी। हरिहरन ने सफाई दी कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है और वह संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध प्रबंधन द्वारा की कार्रवाई से अदालत को अवगत करायेंगे। सुनवाई के दौरान अदालत ने वहां मौजूद नवीन जिंदल से पूछा, क्या आप वर्तमान सांसद हैं।
इस पर जिंदल ने कहा, नहीं। अदालत ने सीबीआई द्वारा पेश दस्तावेजों की जांच के लिए मामले की सुनवाई की अगली तारीख 30 जून रखी। यह मामला जिंदल समूह की दो कंपनियों- जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) और गगन स्पॉन्ज आयरन प्राइवेट लिमिटेड (जीएसआईपीएल) को झारखंड में अमरकोंडा मुरगादंगल कोयला ब्लॉक के आवंटन में कथित अनियमितता से जुड़ा है।