'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान को मंजूरी नहीं देने पर बढ़ा विवाद, आप का एलजी आवास के बाहर प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। आप कार्यकर्ताओं ने उपराज्यपाल पर 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान को मंजूरी नही देने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी आप कार्यकर्ता तख्तियां लेकर उपराज्यपाल के निवास स्थान के बाहर आकर जमा हो गए और सक्सेना के खिलाफ नारेबाजी की। जिसको देखते हुए उपराज्यपाल के आवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सक्सेना के आवास के बाहर वाटर कैनन के साथ भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान शुक्रवार को शुरू किया जाना था लेकिन अभी तक इस अभियान को नही शुरू किया जा सका। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पहले कहा था कि उपराज्यपाल से मंजूरी न मिल पाने के कारण सरकार इस अभियान को स्थगित कर रही है।
राय ने एलजी पर आरोप लगाते हुए कहा, "यह (रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ) अभियान पिछले वर्षों में सफल रहा है। इस साल के लिए महीने भर चलने वाला अभियान कल शुरू किया जाना था लेकिन अब तक कोई मंजूरी नहीं मिली है। जबकि यह फाइल एलजी को 21 अक्टूबर में भेजी गई थी।"
रेड लाइट अभियान पहली बार 16 अक्टूबर 2020 को शुरू किया गया था। इस आभियान में वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइट के ग्रीन होने तक अपनी गाड़ियों के इंजन को बंद रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। जिसके लिए ट्रैफिक लाईटों पर वालंट्रियर्स को खड़ा किया जाता है।