Advertisement
22 February 2018

AIUDF पर दिए आर्मी चीफ के बयान से विवाद, ओवैसी बोले- ‘राजनीति में न करें हस्तक्षेप’

सेना प्रमुख बिपिन रावत के असम की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) पर दिए गए बयान पर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष के कई नेताओं ने सेना प्रमुख के बयान पर सवाल उठाए हैं। 

आर्मी चीफ के बयान पर एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि उनका बयान राजनीति से प्रेरित है जो कि चौंकाने वाला है।

उन्होंने लिखा कि अगर कोई राजनीतिक पार्टी आगे बढ़ रही है, तो ये आर्मी चीफ के लिए किस तरह से चिंता का विषय होता है। उन्होंने कहा कि बड़ी राजनीतिक पार्टियों के कुशासन के कारण ही AIUDF और AAP जैसी पार्टियों का उदय हुआ है।

Advertisement

एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी सेना प्रमुख के बयान पर तीखे सवाल उठाए।

औवेसी ने ट्वीट कर कहा कि सेना प्रमुख को राजनीतिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए, किसी राजनीतिक पार्टी के उदय पर बयान देना उनका काम नहीं है। लोकतंत्र और संविधान इस बात की अनुमति देता है कि सेना हमेशा एक चुने हुए नेतृत्व के तहत काम करेगी।

इधर एआईयूडीएफ के नेता अमीनुल इस्लाम ने कहा कि उनकी पार्टी दबे-चुचले लोगों के लिए काम कर रही है। यही कारण है कि उनकी लोकप्रियता भाजपा की तुलना में तेजी से बढ़ रही है। उनको उम्मीद है कि असम के लोग जाति और धर्म से उठकर एआईयूडीएफ को स्वीकार करेंगे और उनकी पार्टी जल्द सत्ता में आएगी।


आर्मी चीफ का बयान

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने एक सेमिनार में कहा था कि जितनी तेजी से भाजपा का विस्तार नहीं हुआ उतनी तेजी से असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ बढ़ी है।

उन्होंने कहा था कि नार्थ ईस्ट में AIUDF नाम का राजनीतिक संगठन विकास कर रहा है। इस पार्टी का विकास भाजपा के मुकाबले तेज हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि जनसंघ का आज तक का जो सफर रहा है उसके मुकाबले एआईयूडीएफ का विकास तेजी से हुआ है। गौरतलब है कि एआईयूडीएफ (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) नाम का संगठन मुस्लिमों की आवाज उठाता रहा है।

 

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: controversy, Army Chief's statement, AIUDF, Owaisi, Do not interfere in politics
OUTLOOK 22 February, 2018
Advertisement