कोरोना का प्रकोप: दिल्ली में 1,515 नये मामले, तो महाराष्ट्र में रिकाॅर्ड 35,952 नये केस
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। इस बीच देश की राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र में भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है। महाराष्ट्र में गुरुवार को संक्रमण के रिकाॅर्ड 35,952 नये मामले सामने आए। जबकि दिल्ली में 1,515 नये मामले दर्ज किए गए।
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में गुरुवार को इसके संक्रमण के रिकाॅर्ड 35,952 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 26 लाख को पार कर 26,00,833 हो गयी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी अवधि में 20,444 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 22,83,037 हो गयी है तथा 111 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 53,795 तक पहुंच गया।
राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 87.78 फीसदी पहुंच गयी है जबकि मृत्यु दर 2.07 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर 2,62,685 हो गए हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र देश में कोरोना संक्रमण, स्वस्थ और इस वायरस से होने वाली मौत के मामले में पहले स्थान पर है।
वहीं राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या कम होने से सक्रिय मामलों में वृद्धि का दौर जारी है तथा अब इनकी संख्या बढ़कर 5500 के करीब हो गयी है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार को जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 1,515 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,52,742 तक पहुंच गयी है जबकि 903 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,36,267 हो गयी।
दिल्ली में गुरुवार को सक्रिय मामले बढ़कर 5497 हो गए। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में कमी होने से सक्रिय मामलों में वृद्धि दर्ज की गयी है। इस दौरान पांच और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,978 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.68 फीसदी रह गयी है। मृतकों के मामले में पूरे देश में दिल्ली चौथे स्थान पर है।
राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 89,836 नमूनों का परीक्षण किया गया। इसके साथ ही अब तक हुई जांच संख्या बढ़कर 1.41 करोड़ के पार पहुंच गयी है। प्रत्येक दस लाख आबादी पर जांच का औसत 7,44,542 है।
इस बीच राजधानी में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में वृद्धि का दौर जारी है। फिलहाल दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 1076 रह गई है।