महाराष्ट्र में कोरोना का कहर: दो जिलों में लगा लॉकडाउन, मुंबई के लिए नई गाइडलाइन जारी
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र के दो जिलों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। यवतमाल जिला प्रशासन ने गुरुवार रात से दस दिवसीय लॉकडाउन का आदेश दिया है। जबकि अमरावती में जिला प्रशासन ने सप्ताह के आखिर में लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की है। यहां शनिवार को रात आठ बजे से सोमवार को सुबह सात बजे तक के लिए रहेगा और इस दौरान बाजार और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। मुम्बई के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की गई है।
यवतमाल के जिलाधिकारी एम डी सिंह ने कहा कि जिले में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग क्लास बंद रहेंगे और किसी भी धार्मिक कार्य की इजाजत नहीं दी जाएगी जबकि शादियों में सिर्फ 50 व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी। यहां के जिलाधिकारी शैलेश नवल ने कहा कि सप्ताह के बाकी दिन होटल और रेस्तरां सहित सभी प्रतिष्ठान रात में 8 बजे तक खुले रहेंगे। जबकि पहले ये रात 10 बजे तक खुले रहते थे। सप्ताहांत में लॉकडाउन के दौरान सभी बाजार और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. स्विमिंग पूल और इनडोर गेम भी बंद रहेंगे, वहीं धार्मिक कार्यक्रमों में सिर्फ 5 लोगों को इजाजत दी जाएगी।
वहीं मुंबई में बढ़ते मामलों के रोकने के लिए बीएमसी ने नई गाइडलाइन जारी की है। सदी सभागृह, रेस्टोरेंट, पब्स, क्लब्स इत्यदि जगहों पर बीएमसी की नजर है। इन सभी स्थानों पर नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसकी शुरुआत बीएमसी ने गुरुवार से ही कर दी है जिसके लिए बड़ी तादाद में टीम बनाई गई है। कोविड मामलों में तेजी को देखते हुए विवाह स्थल, सार्वजनिक कार्यक्रमों में बीएमसी की पैनी नजर है। सार्वजनिक कार्यक्रम, विवाहस्थल पर नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। पांच से ज्यादा मरीजों वाली इमारतों पर प्रतिबंध रहेगा। एक इमारत में 5 से अधिक मरीज पाए जाने पर उस इमरात को सील किया जाएगा। बिना मास्क के रेल में यात्रा करने वाले यात्रियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए 300 मार्शल नियुक्त किए गए हैं। बीएमसी बिना मास्क यात्रा करने वाले रेल यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मार्शल की संख्या दोगुनी करेगी।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण ने महाराष्ट्र में सबसे अधिक लोगों की जान ली है। कोरोना से देश में 33 प्रतिशत मौतें केवल महाराष्ट्र में ही हुई है। यहां अबतक 51,631 संक्रमितों की जान जा चुकी है। अभी भी हर दिन सबसे अधिक मौत महाराष्ट्र में ही हो रही है। बीते दिन 40 संक्रमितों की सासे थम गई।