डीडी किसान के एडवाइजर नरेश सिरोही पदमुक्त
किसान चैनल के एडवायजर नरेश सिरोही को अपने वरिष्ठ और सूचना एवं प्रसारण मंत्री (तत्कालीन) अरुण जेटली को प्रसार भारती (और प्रसार भारती) से जुड़े लोगों की (गलत) मंशा बताना भारी पड़ गया। नरेश सिरोही ने पिछले दिनों अरुण जेटली को लिखा था कि किसान चैनल को निजी चैनल के लोगों के हाथ में देने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही व्यावसायिक चैनल से किसी व्यक्ति की नियुक्ति भी की जा सकती है। इसके बाद जेटली की जगह वेंकैया नायडु इस मंत्रालय में आ गए।
आउटलुक से बातचीत में नरेश सिरोही ने कहा, हां मेरी सर्विस टर्मिनेट कर दी गई है। अंदर के खेल का परदा फाश करने की मुझे यह सजा मिली है। सिरोही ने भारत भर में 615 मॉनीटर नियुक्त किए थे जिनका काम चैनल हर जिले में दिखे, केबल ऑपरेटरों के साथ समन्वय और उन जिलों के अवॉर्ड प्राप्त किसानों को चैनल से जोड़ना और चैनल का फीडबैक देना था। इन सभी मॉनीटरों को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
सिरोही कहते हैं, सभी पार्टी से जुड़े प्रतिष्ठित लोग थे। सभी अवैतनिक थे। प्रसार भारती की ओर से किसी को कभी एक रुपये का भी भुगतान नहीं किया गया है। इस चैनल की पूरी रूपरेखा नरेश सिरोही की बनाई हुई थी। सिरोही कहते हैं, मैंने 2 साल तक 24 घंटे इसके लिए काम किया। इस चैनल की दर्शक संख्या 2 करोड़ के आसपास है। यह पूछने पर कि अब उनका कदम क्या होगा उन्होंने कहा, मेरा क्या कदम तो सरकार का होगा।