दिल्ली में अफवाह फैलाने को लेकर 100 से ज्यादा मामले दर्ज, 40 लोग गिरफ्तार
दिल्ली के दक्षिण-पूर्व जिले में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने 100 से अधिक मामले दर्ज किए। जबकि इस संबंध में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा, आगजनी और पथराव की अफवाहों के बीच रविवार को 1,880 तनावग्रस्त लोगों ने मदद मांगने के लिए दिल्ली पुलिस को फोन किए थे।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत 10 मामले दर्ज किए और अधिनियम की धारा 65 के तहत 163 मामले दर्ज किए। वहीं सीआरपीसी की धारा 107/151 के तहत तीन मामले भी दर्ज किए गए हैं।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली के पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि रविवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी में अफवाह फैलाने के मामले में छह मामले दर्ज किए गए हैं और जांच जारी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए श्रीवास्तव ने कहा, "कुछ देशद्रोही और बदमाश दिल्ली में शांति भंग करने के लिए अफवाह फैलाना चाहते हैं। हम दिल्ली के नागरिकों को बताना चाहते हैं कि जब भी उन्हें दंगों या किसी गड़बड़ी की अपुष्ट रिपोर्ट मिले, तो उन्हें सेंट्रल पुलिस कंट्रोल रूम से ऐसी रिपोर्टों को सत्यापित करना होगा, जिसके लिए हम एक विज्ञापन दे रहे हैं।”
पुलिस ने एक बयान में कहा कि पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को पश्चिम दिल्ली से 481, दक्षिण पूर्वी दिल्ली से 413, द्वारका से 310 और दक्षिण दिल्ली से 127 फोन आए। वहीं उत्तर पूर्वी दिल्ली से सिर्फ दो फोन ही आए। बाहरी दिल्ली से 222, रोहिणी से 168, उत्तरी दिल्ली के बाहरी इलाकों से 22, उत्तर पश्चिम दिल्ली से 54, मध्य दिल्ली से 35, उत्तर दिल्ली और पूर्वी दिल्ली से छह-छह फोन आए। वहीं दक्षिण पश्चिम दिल्ली से 30 फोन आए। दिल्ली पुलिस के जनसम्पर्क अधिकारी एम. एस. रंधावा ने कहा कि रविवार को शाम 7 बजे से रात 9 बजे के बीच ये सभी फोन आए. इससे पहले पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 3,000 से अधिक फोन आने की जानकारी दी थी. इस बीच, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में हिंसा के संबंध में अफवाह फैलाने के आरोप में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हालात काबू में होने का दावा, हिंसा मामले में 300 से अधिक केस दर्ज
वहीं आयुक्त ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में अब स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्होंने कहा, "मैंने दिल्ली के उत्तर-पूर्व जिले के क्षेत्रों का भी दौरा किया है और पाया कि दुकानें खोली गई थीं, इसलिए सामान्य स्थिति तेजी से लौट रही है।" दिल्ली हिंसा में दर्ज मामलों के बारे में पूछे जाने पर श्रीवास्तव ने कहा, "हमने 300 से अधिक मामले दर्ज किए हैं और गिरफ्तारियां भी की हैं। हम उन लोगों को गिरफ्तार करना सुनिश्चित कर रहे हैं जिनके खिलाफ हमारे पास सबूत हैं।"
अब तक करीब 1300 लोग गिरफ्तार
उत्तरपूर्वी दिल्ली में दंगों के संबंध में करीब 1300 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। वहीं कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार को 98 प्रतिशत छात्रों ने बोर्ड परीक्षाएं दीं। पुलिस ने बताया कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के किसी भी इलाके से पिछले पांच दिनों में हिंसा की कोई सूचना नहीं है। जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार और मुस्तफाबाद में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती है।
अफवाह से दहशत
गौरतलब है कि हिंसा के बारे में अफवाह फैलने के बाद रविवार शाम दिल्ली के कुछ हिस्सों में लोगों के बीच दहशत पैदा हो गयी थी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे में कम से कम 42 लोगों की जान जाने के कुछ दिन बाद ये अफवाहें फैली। रविवार को अफवाह फैलने के बाद पुलिस अधिकारियों को खुद मौके पर पहुंच स्थिति नियंत्रण में करनी पड़ी और सोशल मीडिया पर भी लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की गई। दिल्ली मेट्रो नगर निगम ने भी बिना कोई कारण बताए सात मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए थे। हालांकि बाद में सभी स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए गए थे। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया था, ‘दक्षिण-पूर्वी और पश्चिम जिले में तनाव की निराधार खबरें सोशल मीडिया पर प्रसारित की गयी। यह दोहराना चाहेंगे कि यह महज अफवाहें हैं. ऐसी अफवाहों पर ध्यान ना दें।' पुलिस ने कहा कि वे अफवाह और झूठी खबरें फैलाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रख रहे हैं और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।