दीप सिद्धू और पूर्व गैंगस्टर लक्खा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट , लाल किला पर झंडा फहराने का आरोप
पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू और पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिधाना पर बुधवार की रात मामला दर्ज किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए हैं। इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर में उपद्रवियों को हुडदंग मचाने और धार्मिक ध्वज फहराने के लिए प्रेरित किया था। दीप सिद्धू के मौके से भागने की वीडियाे वॉयरल हुई थी जिसमें कुछ किसान सिद्धू का पीछा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि 26 जनवरी के दिन दीप सिद्धू सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर परेड को लाल किले तक लाए और उसके बाद लाल किला प्राचीर में घुसकर तोड़ फोड़ की गई,पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया।
संयुक्त किसान मौर्चे ने भी दिल्ली की हिसंक घटनाओं के पीछे दीप सिद्धू,लक्खा सिधाना और किसान-मजदूर संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू का नाम लिया था। इसके बावजूद सिद्धू व सिधाना पर बुधवार की सांय तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया जबकि 37 किसान नेताओं पर मामले दर्ज किए गए। संगठनों द्वारा दीप सिद्धू के भाजपा नेता सन्नी देयोल समेत और भी कई नेताओं से करीबी के चलते मामला दर्ज न किए जाने के आरोप के दबाव में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की। मामला दर्ज होने से बोखलाए सिद्धू ने 27 जनवरी की रात विडियो जारी कर किसान नेताओं को नतीजा भुगतने की धमकी दी। इस बीच सिद्धू और सिधाना की गिरफ्तारी के सक्रिय हुई दिल्ली पुलिस ने वीरवार सांय गिरफ्तारी वारंट जारी कर दोनों की तलाश जारी कर दी है।
सूत्रों मुताबिक भाजपा नेताओं के करीबी रहे दीप सिद्धू के संबंध खालिस्तानी आंतकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरवंत सिंह पन्नू से भी हैं। अपने रिकॉर्डेड संदेशों में पन्नू भी कई बार लाल किले से पंथ का झंडा फहराए जाने की बात करता रहा है। बताया जा रहा है कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को लाल किले से पंथ का झंडा फहराए जाने वाले के लिए पन्नू ने एक लाख अमेरिकी डॉलर इनाम की पेशकश की थी जिसके झांसे में तरनतारन के जुगराज ने धार्मिक ध्वज फहराया।