Advertisement
26 October 2016

लैंगिक समानता में 21 स्थान की बढ़त के बावजूद 87वें स्थान पर भारत

गूगल

जिनेवा के विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) द्वारा तैयार किए गए वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक में भारत को 108वीं रैंक मिली है। भारत में इस साल लैंगिक अंतर में दो प्रतिशत की कमी आई है। वैश्विक आर्थिक मंच द्वारा आंके गए चार क्षेत्रों में यह अंतर 68 प्रतिशत का है। ये चार क्षेत्र हैं, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और राजनीतिक प्रतिनिधित्व। डब्ल्यूईएफ ने कहा कि सबसे ज्यादा सुधार शिक्षा के क्षेत्र में हुआ है, जहां भारत प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा में अपने अंतर को पाटने में पूरी तरह सफल रहा है।

मंच ने कहा कि आर्थिक परिदृश्य में और अधिक काम किया जाना बाकी है। इस क्षेत्र में 144 देशों में भारत 136वें स्थान पर है। शिक्षा हासिल करने में भारत को 113वां स्थान मिला। स्वास्थ्य एवं जीवित बचने के मामलों में इसे निचला 142वां स्थान मिला। वहीं राजनीतिक सशक्तीकरण के मामले में यह शीर्ष 10 देशों में रहा। विश्व आर्थिक मंच के वैश्विक लैंगिक अंतर रिपोर्ट 2016 के अनुसार, वैश्विक कार्यस्थल लैंगिक अंतर और भी अधिक बढ़ा। वहीं लैंगिक आधार पर आर्थिक बराबरी आने में 170 और साल लग सकते हैं। वैश्विक तौर पर शीर्ष चारों देश स्कैंडिनेवियाई हैं। पहले स्थान पर आइसलैंड, दूसरे पर फिनलैंड, तीसरे पर नॉर्वे और चौथे स्थान पर स्वीडन हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: लैंगिक समानता, विश्व आर्थिक मंच, डब्ल्यूईएफ, वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक, भारत, पिछड़ा, 87वां स्थान, शिक्षा, प्रगति, आइसलैंड, आर्थिक परिदृश्य, राजनीतिक सशक्तीकरण, Gender parity, World Economic Forum, Global Gender Gap index, India, 87th place, Iceland, Backward, Improv
OUTLOOK 26 October, 2016
Advertisement