उत्तर भारत में आंधी-तूफान ने बरपाया कहर, कई जगह पेड़ गिरे, 13 राज्यों में अलर्ट जारी
उत्तर भारत में सोमवार रात आंधी-तूफान ने जमकर कहर बरपाया। तेज आंधी के कारण उत्तर भारत में कई जगह पेड़ गिर गए तो यातायात को भी काफी नुकसान हुआ। दिल्ली समेत एनसीआर और दूसरे इलाकों में धूल भरी आंधी के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी घट गई है। वहीं शाम को राजस्थान के बीकानेर में धूल का भारी बवंडर आया। दिल्ली-एनसीआर में काफी तेज हवाएं चलीं और मंगलवार को भी ऐसा होने की संभावना जताई जा रही है।
इस दौरान जहां हरियाणा में अलर्ट जारी करते हुए स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। वहीं समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तूफान के चलते होने वाले नुकसान से बचने के लिए दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हरियाणा और मेरठ में कई स्कूल मंगलवार को बंद रखने के आदेश दे दिए गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक रोहतक, भिवानी, झज्जर गुरुग्राम, बागपत, मेरठ और गाजियाबाद सहित दिल्ली और आसपास के एनसीआर में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
दिल्ली सरकार और दिल्ली यातायात पुलिस ने चेतावनी के बाद निर्देश जारी किए हैं। निवासियों को सलाह दी गई है कि वे घर में रहें और बाहर निकलने पर सावधानी बरतें। तूफान के चलते, सभी स्कूल आज दिल्ली में बंद रहेंगे जबकि हरियाणा ने सप्ताह के पहले दो दिनों के लिए स्कूलो में छुट्टियों की घोषणा कर रख्ाी है। गाजियाबाद जिले के भी सभी स्कूल आज भी बंद रहेंगे।
इससे पहले दिन में, आईएमडी ने नई दिल्ली और उसके पड़ोसी राज्यों में अगले 48 घंटों के लिए हल्के तूफान और धूल भ्ारी आंधी की चेतावनी जारी की। आईएमडी के अधिकारी देवेंद्र प्रधान ने एएनआई को बताया, "मंगलवार तक दिल्ली में तूफान और धूल भरी आंधी की संभावना है।"
इन राज्यों में अलर्ट
दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल, प. यूपी के हिस्सों में 50 से 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी गई है। पंजाब, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, प. मप्र में भी इसका असर होगा। वहीं राजस्थान में रेतीले तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसके लिए एंबर कलर की चेतावनी जारी हुई है।
पिछले सप्ताह हुई थी भारी तबाही
बता दें कि पिछले हफ्ते धूल भरी आंधी-तूफान और बिजली के कारण पांच राज्यों में कम से कम 124 लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। लिहाजा अब सरकार पूरी सतर्कता बरतते हुए कदम उठा रही है।