दो आतंकियों के साथ पकड़ा गया जम्मू-कश्मीर पुलिस का डीएसपी, घर से हथियार भी बरामद
दक्षिण कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक उप-अधीक्षक (डीएसपी) को एक कार में हिरासत में लिया गया। तीनों को श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर पकड़ा गया। बाद में डीएसपी के श्रीनगर स्थित घर की तलाशी में एक एके-47, दो पिस्टल भी मिले।
दविंदर सिंह वर्तमान में हवाई अड्डे पर पुलिस उप-अधीक्षक के रूप में तैनात थे। उनको को लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर नवीद बाबू और हिजबुल मुजाहिदीन के अल्ताफ के साथ हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस अधिकारी पर आरोप है कि वह शोपियां इलाके से उग्रवादियों को संभवतः घाटी से बाहर निकाल रहा था।
कुलगाम में बैरिकेड पर पकड़ा गया
दक्षिण कश्मीर के पुलिस उपमहानिरीक्षक अतुल गोयल ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे और दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के मीर बाजार में एक पुलिस बैरिकेड पर कार को पकड़ा।
घर से भी हथियार बरामद
इस दौरान कार से दो एके राइफल जब्त की गईं। वहीं अधिकारियों ने कहा कि उनके आवास पर तलाशी ली गई और पुलिस ने कथित तौर पर दो पिस्तौल और एक एके राइफल जब्त की।
कौन है गिरफ्तार अधिकारी
गिरफ्तार अधिकारी लेकर पुलिस सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनका मजबूत रिकॉर्ड है और उन्हें वीरता पुरस्कार भी दिया गया है। उनकी पहचान दविंदर सिंह के रूप में की गई है, जो वर्तमान में हवाई अड्डे पर पुलिस उपाधीक्षक के रूप में तैनात हैं।
कौन है नवीद बाबू
सूत्रों ने बताया कि दोनों आतंकवादियों की पहचान हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर नवीद बाबू और उसके साथी आसिफ के रूप में हुई है। एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) बाबू ने 2017 में पुलिस बल को छोड़ दिया था और हिजबुल मुजाहिदीन के दो शीर्ष कमांडरों में से एक बने। उस समय पुलिस ने कहा कि बाबू चार हथियारों के साथ फरार हो गया था। बाबू तब सुर्खियों में आया जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार द्वारा जम्मू और कश्मीर की स्वायत्तता और राज्य का दर्जा खत्म कर दिया गया। पुलिस ने बाबू पर गैर कश्मीरी नागरिकों की हत्या करने और अक्टूबर में दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में एक सेब ट्रक को आग लगाने का आरोप लगाया था। वह सेब उत्पादकों को धमकी दे रहा था कि वे अपनी उपज भारतीय बाजारों में न भेजें। पुलिस को इस तरह की कार्रवाइयों के बारे में जानकारी दी गई थी और उसने शोपियां के विभिन्न इलाकों में पोस्टर लगाए थे जिसमें बाबू के चित्रों के साथ लोगों को जानकारी साझा करने का अनुरोध किया गया था, जिससे उसकी गिरफ्तारी हो सके।
पुलिस अधिकारियों ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने डीएसपी की भागीदारी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से इस मुद्दे पर उनसे टिप्पणी लेने के लिए बार-बार प्रयास किया गया मगर उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया।