आईएल एंड एफएस मामले में राज ठाकरे को ईडी ने भेजा समन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएल एंड एफएस से जुड़े कोहिनूर बिल्डिंग मामले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे को समन किया है। ईडी ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी को भी सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। संभव है कि इस मामले में उनसे 22 अगस्त को पूछताछ होगी।
समन की पुष्टि करते हुए मनसे नेता संदीप देशपांडे ने बताया, "ईडी ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे को केवल दबाव बनाने के लिए बुलाया है। पिछले 5-6 सालों में बीजेपी के किसी भी शीर्ष नेता के खिलाफ ईडी की कोई जांच शुरू नहीं हुई है।"
देशपांडे ने इस कदम के पीछे राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी घबराई हुई है क्योंकि मनसे प्रमुख राज ठाकरे विपक्षी दलों को "हिटलरशाही" (तानाशाही) के खिलाफ एकजुट करने में लगे हैं।
‘मोदी नए भारत के नए हिटलर हैं’
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मोदी नए भारत के नए हिटलर हैं। यदि आप उनसे सवाल करते हैं, तो वह आप पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे। मुझे लगता है कि हमारी स्वतंत्र एजेंसियां भाजपा कार्यकर्ता बन गई हैं। जो कोई भी भाजपा पर सवाल उठाता है या उसके खिलाफ बोलता है, उसे इस तरह नोटिस भेजे जाते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मनसे या राज ठाकरे इस तरह की दबाव की राजनीति के आगे कभी नहीं झुकेंगे। हम तानाशाही के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और यह केवल तीव्र होगी।"
क्या है मामला?
एजेंसी कोहिनूर सीटीएनएल में आईएल एंड एफएस समूह के ऋण और इक्विटी निवेश से संबंधित कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है, जो कि डिफॉल्टरों में से एक है। कोहिनूर सीटीएनएल दादर (पश्चिम) में कोहिनूर स्क्वायर टॉवर विकसित कर रहा है।