प्रियंका गांधी ने सरकारी आवास खाली करने के लिए केंद्र से नहीं मांगा समय, आईएएनएस की खबर का किया खंडन
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट को '' फर्जी '' करार दिया। इसमें दावा किया गया था कि उन्होंने (प्रियंका गांधी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बंगला खाली करने के लिए कुछ और दिन की मोहलत मांगी है। प्रियंका गांधी ने इसे 'फेक न्यूज' बताया। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उन्हें एक जुलाई को सरकार द्वारा नोटिस भेजा गया था और उसी आदेश के तहत वे जल्दी सरकारी आवास खाली कर देंगी।
आउटलुक पर आईएएनएस का यह समाचार एक ऑटोमेटेड न्यूज फीड के माध्यम से लगा था।
केंद्रीय आवास मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में प्रियंका को दिए गए दिल्ली के पॉश लुटियन के बंगले के आवंटन को रद्द करने का फैसला किया था। कांग्रेस नेता को एसपीजी सुरक्षा के मद्देनजर यह बंगला आवंटित किया गया था। केंद्र ने पिछले नवंबर में प्रियंका को दिए गए एसपीजी सुरक्षा कवर को वापस लेने का फैसला किया था। लिहाजा केंद्रीय आवास मंत्रालय के लोधी एस्टेट बंगले के आवंटन को रद्द करने का निर्णय उस फैसले पर आधारित था।
प्रियंका ने एक ट्वीट में कहा, “यह फर्जी खबर है। मैंने सरकार से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है। 1 जुलाई को मुझे सौंपे गए पत्र के अनुसार, मैं 35, लोधी एस्टेट में 1 अगस्त तक सरकारी आवास खाली कर दूंगी।
प्रियंका को बंगला खाली करने के नोटिस के तुरंत बाद, आउटलुक ने सबसे पहले रिपोर्ट की कि कांग्रेस महासचिव महीने भर के अंदर 35, लोधी एस्टेट को खाली करने की योजना बना रही हैं। इतना ही नहीं बल्कि वे लखनऊ को अपनी राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बना सकती हैं।