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26 March 2021

किसान संगठनों का भारत बंद: 32 जगहों पर ट्रेन सेवा प्रभावित, 4 शताब्दी ट्रेन रद्द

किसान संघों ने केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ 26 मार्च को अपने आंदोलन के चार महीने पूरे होने के मौके पर भारत बंद का आह्वान किया है। लिहाजा देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को रेल और सड़क परिवहन प्रभावित हुए हैं।  हालांकि 5 चुनावी राज्यों में यह बंद नहीं होगा।

किसानों के बन्द का असर राजधानी दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में दिखाई दे रहा है।

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि आज के ‘भारत बंद’ में आम जनता भी साथ हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “किसानों और मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए भाकियू का संघर्ष जारी है। भारत बंद में आम जनता भी साथ है। लड़ेंगे और जीतेंगे।”

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने बताया है कि किसानों के प्रदर्शन के कारण टिकरी बॉर्डर, पंडित श्री राम शर्मा, बहादुरगढ़ सिटी और ब्रिगेडियर होशियार सिंह मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं।

वहीं रेलवे ने बताया है कि पंजाब और हरियाणा में प्रदर्शनकारी 31 जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसकी वजह से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। अभी तक 32 जगहों पर ट्रेन सेवा प्रभावित हुई हैं, 4 शताब्दी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

इसके अलावा 12 घंटे के ‘भारत बंद’ के तहत सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने सड़क को जाम किया। विशाखापट्टनम में मद्दिलापलेम जंक्शन पर वामदलों के सदस्यों ने भारत बंद के दौरान कृषि कानूनों और स्टील प्लांट के निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

पंजाब के अमृतसर में भी किसानों ने भारत बंद के दौरान रेलवे ट्रैक को जाम किया है। प्रदर्शनकारी किसान रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं।

संयुक्त किसान मोर्चे के मुताबिक देशभर में राष्ट्रव्यापी बंद 26 मार्च को सुबह 6 बजे से शुरू होगा और शाम 6 बजे तक चलेगा। बता दें कि दिल्ली की तीन सीमाओं- सिंघू, गाजीपुर और टीकरी पर किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर यह प्रदर्शन किया जा रहा है।

वरिष्ठ किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सड़क और रेल परिवहन को अवरुद्ध किया जाएगा और बाजार भी बंद रहेंगे। मोर्चे ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में भी बंद किया जाएगा। राजेवाल ने बताया कि संगठित और असंगठित क्षेत्र से जुड़ी ट्रेड यूनियनों और परिवहन एवं अन्य संगठनों ने ‘भारत बंद’ के किसानों के आह्वान को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘किसान विभिन्न स्थानों पर रेल पटरियों को अवरुद्ध करेंगे। भारत बंद के दौरान बाजार और परिवहन सेवाएं बंद रहेंगी।’’

हालांकि राजेवाल ने आगे कहा कि एंबुलेंस और अग्निशमन जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद के दौरान इजाजत होगी। वहीं, देश में आठ करोड़ व्यापारियों के प्रतिनिधित्व का दावा करनेवाली ‘कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ ने कहा कि 26 मार्च को बाजार खुले रहेंगे क्योंकि वह ‘भारत बंद’ में शामिल नहीं है।

संगठन के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, ‘‘हम कल भारत बंद में शामिल नहीं हो रहे हैं। दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में बाजार खुले रहेंगे। जारी गतिरोध का हल सिर्फ वार्ता प्रक्रिया से किया जा सकता है। कृषि कानूनों में संशोधन पर चर्चा होनी चाहिए जो मौजूदा कृषि को लाभ योग्य बना सकते हैं।’’ किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि ‘भारत बंद’ का बड़ा प्रभाव हरियाणा और पंजाब में होगा। उन्होंने कहा कि चुनावी राज्यों-तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी के लोगों से बंद में शामिल न होने की अपील की गई है।



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TAGS: Bharat Bandh, farm laws, farmers, farmers Bharat Bandh, किसान, भारत बंद, कृषि कानून, किसान आंदोलन
OUTLOOK 26 March, 2021
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