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26 November 2020

किसानों का दिल्ली कूच: शंभू बॉर्डर पर उग्र हुए प्रदर्शनकारी, पुलिस ने वाटर कैनन का किया इस्तेमाल, दागे आंसू गैस के गोले

दिल्ली कूच कर रहे किसानों का प्रदर्शन अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर उग्र हो गया है। यहां किसानों ने बैरिकेडिंग को उखाड़ फेंका है, जिसके बाद किसानों पर पानी की बौछार की जा रही है, आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। वहीं किसानों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्होंने बेरिकेट को ही नदी में फैंक दिया और पुलिस पर पथराव भी किया। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस प्रवक्ता आरएस सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है।"

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरएस सुरजेवाला ने ट्वीट किया, "भीषण ठंड के बीच अपनी जायज़ माँगों को लेकर गांधीवादी तरीक़े से दिल्ली जा रहे किसानों को ज़बरन रोकना और वाटर कैनन चलाना मोदी-खट्टर सरकार की तानाशाही का जीवंत प्रमाण है। खेती बिलों के विरोध को लेकर हमारा पूर्ण समर्थन किसानों के साथ है। मोदी सरकार होश में आओ!"

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बता दें कि आज कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली को घेरने की तैयारी में हैं, मगर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। उधर, हरियाणा ने भी अपनी सीमाएं सील कर रखी हैं, लेकिन किसान किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं, जिन्हें रोकने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं।

 दिल्ली चलो मार्च को देखते हुए पुलिस ने सीमा पर सख्ती तेज कर दी है। किसानों को राजधानी में प्रवेश रोकने के लिए सभी बॉर्डर पर मंगलवार रात से ही चेकिंग शुरू कर दी गई थी वहीं सोनीपत दिल्ली (सिंघु )बॉर्डर पर अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई दिल्ली पुलिस के साथ अर्धसैनिक की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है। दिल्ली की सीमा से सटे प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि  किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है। ऐसे में किसान दिल्ली न आएं।

हरियाणा सरकार ने भी प्रदेश की सीमाएं सील की हुई हैं। उधर, अमृतसर-दिल्ली हाईवे पर किसानों के हंगामे की वजह से तीन घंटे जान कि स्थिति रही। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चदूनी के नेतृत्व में दोपहर में भारी संख्या में किसानों ने मोहड़ा मंडी से दिल्ली की ओर कूच किया। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए सर्दी में ठंडे पानी की बौछारें की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। हरियाणा के किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के अंबाला और कुरुक्षेत्र पुलिस के बंदोबस्त फेल हो गए। 

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TAGS: दिल्ली मार्च, किसान आंदोलन, वाटर कैनन, अरविंद केजरीवाल, कृषि कानून, दिल्ली, farmers Protest, Delhi march, Kejriwal, Modi government
OUTLOOK 26 November, 2020
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