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03 February 2021

किसान आंदोलन को ग्रेटा-रिहाना-हैरिस का मिला समर्थन तो बोला MEA- बाहरी लोग न चलाए एजेंडा

फाइल फोटो

देश की राजधानी दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में दो महीनों से चल रहा किसानों का आंदोलन अब अंतराष्ट्रीय मुद्दा बनता जा रहा है, जो भारत सरकार के लिए बड़ी समस्या बन गया है। अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना, क्लाइमेट चेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन को लेकर चिंता जताई और टिप्पणी की। उसके बाद अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में किसानों पर हमला हो रहा है। अब विदेश मंत्रालय ने सख्त टिप्पणी की है। जिसके बाद भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि लोकतंत्र में प्रदर्शन करने का हक है और किसानों का एक छोटा समूह प्रदर्शन कर रहा है। विदेश मंत्रालय द्वारा यह बयान बुधवार को जारी किए गए हैं। एमईए ने कहा है कि कुछ बाहरी लोग अपना एजेंडा सेट करने में लगे हुए हैं, जो स्वीकार नहीं है।

MEA द्वारा जारी बयान

मंत्रालय ने कहा की भारत की संसद ने पूरी बहस और चर्चा के बाद कृषि कानूनों को पारित किया है. इन कानूनों ने किसानों की बाजार पहुंच को विस्तारित किया है और अधिक लचीला बनाया है। कुछ ही किसान इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार की ओर से उनके साथ वार्ता का दौर भी लगातार चलाया जा रहा है।

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आंदोलन में कुछ लोग अपने एजेंडा थोपने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके कारण 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा भी हुई। इसके अलावा दुनिया के कुछ हिस्सों में महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान भी पहुंचाया गया। यह भारत के लिए और हर जगह सभ्य समाज के लिए बेहद परेशान करने वाला है।

बयान में लिखा गया कि भारतीय पुलिस बलों ने इन विरोधों को बहुत ही संयम के साथ नियंत्रित किया है। हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि इन विरोधों को भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।

आगे लिखा गया कि ऐसे मामलों पर टिप्पणी करने से पहले तथ्यों को पूरी तरह से पता लगाया जाए और मुद्दों की एक उचित समझ पैदा की जाए। ऐसी स्थिति में किसी भी सेलेब्रिटी द्वारा संवेदनशील ट्वीट करना या हैशटैग चलाना जिम्मेदारा भरा कदम नहीं हैं।

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TAGS: MEA द्वारा जारी बयान, कृषि कानूनों के विरोध, Opposition to agricultural laws, अंतराष्ट्रीय मुद्दा, farmers protest, international issue, foreign ministry issued a statement
OUTLOOK 03 February, 2021
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