एएमयू के छात्रों ने नागरिकता संशोधन बिल का किया विरोध, 500 से ज्यादा पर मामला दर्ज
पुलिस ने मंगलवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में प्रदर्शन करने को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के 21 नामजद और 500 अज्ञात छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन पिछले दो दिनों से चल रहा है। आज विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए कैंपस के बाहर बड़ी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान तैनात किए गए हैं।
ड्यूटी पर तैनात तीन पुलिस अधिकारियों ने आरोप लगाया कि छात्रों ने सीएबी के खिलाफ नारे लगाए और मार्च को शहर में ले जाना चाहते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों ने "उन्हें धक्का दिया, प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते रहे और एएमयू सर्कल तक पहुंच गए।"
एफआईआर में कहा गया है, "उन्होंने (छात्रों ने) आईपीसी की धारा 144 का उल्लंघन किया और सरकारी अधिकारियों को ड्यूटी पर बाधित किया।"
हालांकि, छात्रों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय से बाहर कदम नहीं रखा और उन्होंने निर्धारित स्थान पर विरोध प्रदर्शन किया।
नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019, लोकसभा में 80 वोटों के खिलाफ 311 वोटों के बहुमत के साथ पारित किया गया। वहीं आज राज्यसभा में इस पर चर्चा चल रही है। विधेयक में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत आए हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध और पारसी समुदाय के शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। ये वो शरणार्थी हैं जो 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश किए थे।