जयपुर से पटना प्रवासी मजदूरों को लेकर पहुंची पहली ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन
राजस्थान के जयपुर से 1,187 प्रवासी श्रमिकाें काे लेकर पहली ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन बिहार के दानापुर स्टेशन, शनिवार को दोपहर बाद दाे बजे पहुंच गई है। 24 कोच वाली यह ट्रेन शुक्रवार की रात 10 बजे जयपुर से चली थी। यह जानकारी हाजीपुर ईस्ट सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर राजेश कुमार ने दी।
बता दें, लॉकडाउन को फिर से अगले 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। वहीं, फंसे हुए प्रवासी श्रमिक, तीर्थयात्री, पर्यटक और छात्र को ट्रेन से ले जाने की मंजूरी राज्य सरकारों को मिल चुकी है।
सभी यात्रियों की होगी मेडिकल जांच
पटना के डिवीजनल कमिश्नर संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सभी यात्रियों की मेडिकल जांच की जाएगी जिसके लिए 20 मेडिकल टीमों की तैनाती की गई है। मेडिकल जांच के बाद सभी को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा और फिर बसों द्वारा उनके जिलों में भेजा जाएगा। इस बाबत दानापुर रेलवे स्टेशन पर लगभग 100 बसें तैनात की गई हैं।
बस से भेजे जाएंगे अपने जिले
उन्होंने कहा कि सभी को बसों में बैठने की व्यवस्था सामाजिक दूरियों के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए की गई है। इसके मद्देनजर बस में कुल यात्रियों की संख्या बस में बैठने की क्षमता की आधी होगी। कोरोना वायरस फैलने से रोकने को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान फंसे प्रवासियों को वापस लाने के लिए बिहार के लिए यह पहली विशेष ट्रेन है।
झारखंड पहुंची थी पहली ट्रेन
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों के लिए रेलवे ने शुक्रवार को एक विशेष ट्रेन चलाई। जो तेलंगाना के लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया प्रवासियों को लेकर पहुंची। इस ट्रेन करीब 1,200 यात्री थे।
गृहमंत्रालय ने दी है मंजूरी
देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों को लाने के लिए केंद्र स्पेशल ट्रेन चलाने को मंजूरी दे चुका है। शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया था कि राज्य सरकारें इसके लिए रेलवे बोर्ड से संपर्क करके प्लान तैयार कर लें। ट्रेनों से आवाजाही के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। ट्रेनों को पहले सैनिटाइज किया जाएगा और हर किसी की स्क्रीनिंग होगी। उन्होंने कहा कि भेजने वाले राज्य को भी यात्रियों की स्क्रीनिंग करनी होगी और लक्षण न पाए जाने पर ही ट्रेन में सफर करने की अनुमति होगी। राज्य की सरकार सैनिटाइज बस में यात्रियों को रेलवे स्टेशन तक लेकर आएगी।