बाढ़-बारिश का कहर जारी; केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में अब तक 157 लोगों की मौत
भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे केरल और कर्नाटक में स्थिति गंभीर बनी हुई है और दोनों राज्यों में पिछले दो-तीन दिनों में 83 लोगों की मौत हो गयी। वहीं, गुजरात में शुक्रवार शाम से हो रही बारिश से जुड़ी घटनाओं में 19 लोगों की जान चली गयी। महाराष्ट्र के भी बाढ़ प्रभावित हिस्सों में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। राज्य में बाढ़ की वजह से 12 लोगों की मौत हो गई है। केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में अब तक 157 लोगों की मौत हो चुकी है।
केरल में करीब सवा लाख लोग विस्थापित हो गये हैं। बाढ़ और बारिश की सबसे ज्यादा मार वायनाड और कोझिकोड पर पड़ी है जहां लगभग 25-25 हजार लोग बेघर हो गए। राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में अबतक 57 लोगों की जान चली गई है। आठ जिलों में आठ अगस्त से भूस्खलन की 80 घटनाएं हो चुकी हैं। मलप्पुरम के कावलप्परा और वायनाड के मेप्पाडी केपुथुमला में बड़े भूस्खलनों के बाद कई लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
एर्नाकुलम, इडुक्की, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नौर और कसारगोड जिलों में वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। सबसे प्रभावित जिलों में एक वायनाड में बाणासुरसागर बांध के चार द्वारों में एक को अतिरिक्त पानी को छोड़ने के लिए तीन बजे खोल दिया गया और काबिनी नदी के तटवर्ती क्षेत्रों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
बाणासुरसागर बांध भारत के सबसे बड़े बांधों में से एक और एशिया का इस श्रेणी का दूसरा सबसे बड़ा बांध है।केरल की कई ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं। कोच्चि हवाई अड्डे के एक अधिकारी के अनुसार उड़ान संचालन रविवार को बहाल होगा जिसे हवाई अड्डे पर पानी भर जाने से रोक दिया गया था।
कर्नाटक का हाल
कर्नाटक में बारिश की वजह से हुई घटनाओं में अबतक 12 लोगों की मौत हो गई है। बेलागवी के अलावा बागलकोट, विजयपुरा, रायचुर, यादगीर, गडग, उत्तर कन्नड़, हावेरी, हुबली-धारवाड़, दक्षिण कन्नड़, चिकमंगलुरु और कोडागु बाढ़ तथा बारिश से प्रभावित जिले हैं। तुंगभद्र नदी के पानी दावणगेरे जिले के कई हिस्से डूब गये और वहां सड़क संपर्क टूट गया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सक्लेश्पुर में मरानाहल्ली के समीप कई भूस्खलन हुए। दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावती नदी के उफान पर होने के कारण पूरा पाणे मंगलुरू गांव जलमग्न हो गया। मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने राज्य के लोगों से चिंता ना करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सरकार की शीर्ष प्राथमिकता राहत कदम उठाना हैं।
महाराष्ट्र में थोड़ी राहत
महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत नजर आने लगे क्योंकि जलमग्न विभिन्न क्षेत्रों से पानी घटने लगा है। सांगली जिले के पालुस तहसील में ब्रह्मनाल गांव के समीप गुरुवार को नौका पलट जाने की घटना में तीन और शव मिले हैं। नौ व्यक्तियों की डूबकर मौत हो गयी। इस तरह इस घटना में मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। यहां कई अन्य के लापता होने की आशंका है। कोल्हापुर और सांगली जिलों में नौसेना की 26 टीमें तैनात हैं। नौसेना के 110 कर्मी और 26 नौकाएं बचाव एवं राहत कार्य में जुटी हैं। जबतक बाढ़ की स्थिति नहीं सुधरती है तबतक ये टीमें तैनात रहेंगी।
गुजरात में 19 की मौत
गुजरात में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 19 लोग मारे गए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह तक, राज्य में वार्षिक औसत वर्षा का 77.80 प्रतिशत बारिश हुई। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने संवाददाताओं से कहा, "सत्रह बांध ओवरफ्लो हो रहे हैं। पिछले साल मानसून के अंत तक बांधों में केवल 56 फीसदी पानी था। इस साल बांधों में 60 फीसदी पानी का भंडार है।"