राफेल से लेकर राहुल तक, सुप्रीम कोर्ट में आज फैसलों का दिन
देश की सबसे बड़ी अदालत आज कई महत्वपूर्ण मामलों में आज अपना फैसला देगी। सुप्रीम कोर्ट जहां अयोध्या जैसे सबसे बड़े मसले पर अपना निर्णय दे चुका है वहीं आज राफेल विमान सौदे, सबरीमाला विवाद पर दायर की गई पुनर्विचार याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। साथ ही शीर्ष अदालत आज पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अवमानना मामले पर भी निर्णय सुनाएगा। इससे पहले अदालत कर्नाटक विधायक विवाद और सीजेआई दफ्तर में आरटीआई के मामले पर अपना फैसला सुना चुकी है।
राफेल विमान सौदे पर फैसला
आज राफेल विमान सौदे पर सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार याचिका पर फैसला सुनाएगा। केंद्र सरकार के द्वारा फ्रांस के साथ किए गए समझौते पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद शीर्ष अदालत में याचिका दायर की गई थी। जिसमें इस मामले की जांच, खरीदने की प्रक्रिया, पीएमओ के हस्तक्षेप पर सवाल खड़े किए गए थे। हालांकि, अदालत ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को राहत दी थी। जिसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की गई थी। सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस एस.के. कौल, जस्टिस के.एम. जोसेफ की बेंच इस मामले में फैसला सुनाएगी।
सबरीमाला मामले पर फैसला आज
केरल की मशहूर सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के दाखिल होने सर्वोच्च अदालत ने पिछले साल फैसला दिया था। अदालत ने 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी थी, अदालत के इसी फैसले पर कई पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गई हैं। आज सुप्रीम कोर्ट कुल 65 याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाएगा। गौरतलब है कि इस मामले की सुनवाई सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस आर.एफ. नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदु मल्होत्रा कर रहे हैं। बेंच ने 6 फरवरी को अपने फैसले को सुरक्षित रख लिया था।
राहुल गांधी पर अवमानना का मामला
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर दायर किए गए अवमानना मामले में भी सुप्रीम कोर्ट आज ही अपना फैसला सुनाएगा। दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान जब सुप्रीम कोर्ट की ओर से राफेल विवाद पर फैसला आया था, तब राहुल गांधी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है कि चौकीदार चोर है। इसी के बाद भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी थी और उनपर राजनीति में सुप्रीम कोर्ट का उपयोग करने का आरोप लगाया था।