पेट्रोल-डीजल की कीमतों में जारी है इजाफा, पेट्रोल 12 पैसे तो डीजल 10 पैसे हुआ महंगा
पेट्रोल-डीजल की कीमतें रविवार की सुबह फिर बढ़ गईं। आज डीजल की कीमत में 10 पैसे का तो पेट्रोल की कीमत में 12 पैसे का इजाफा हुआ है।
इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 82.61 रुपये प्रति लीटर और डीजल 73.97 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं, मुंबई में पेट्रोल 89.97 रुपए प्रति लीटर और डीजल 78.53 रुपए प्रति लीटर की दर से मिल रहा है।
एक तरफ जहां विपक्ष कीमतों को नियंत्रित न कर पाने के चलते सरकार पर हमलावर हो तो वहीं सरकार अंतरराष्ट्रीय कारकों को तेल की बढ़ती कीमतों के लिए उत्तरदायी ठहरा रही है।
ईरान और अमेरिका की टकराहट
आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने शुक्रवार को कहा था कि ईरान से तेल आयात घटाने को लेकर अमेरिका से बातचीत चल रही है। सुभाष चंद्र के अनुसार यूएस से हमारी बातचीत चल रही है। हमने ईरान से तेल आयात घटाया है। आगे जो भी स्थिति होगी, सरकार उसके अनुसार 4 नवंबर तक निर्णय लेगी।
उन्होंने आगे कहा कि जरुरत पड़ी तो तेल में भुगतान के लिए भारतीय रुपयों पर भी बातचीत हो सकती है।
सरकार के अंदर भी उठने लगे हैं असहजता के स्वर
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीति गडकरी ने कुछ दिन पहले ही स्वीकार किया था कि पेट्रोल, डीजल की कीमतें काफी ऊंची हो चुकी हैं और इनसे जनता परेशान हो रही है।
गडकरी ने एक फोरम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक चीज है कि ईंधन के दाम काफी ऊंचे हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जबकि लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।’’
हालांकि गडकरी ने यह भी कहा था कि उन्हें बताया गया है कि इस बात की संभावना है कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम नीचे आएंगे। लेकिन यह कैसे होगा, यह नितिन गडकरी ने नहीं बताया था।
क्यों बढ़ रहे हैं दाम?
पिछले कुछ सप्ताह से पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। सरकारी तेल कंपनियां (इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम) पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के लिए डॉलर के अनुपात में रुपए की गिरती कीमत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की महंगाई को जिम्मेदार बता रही हैं।
इस साल 1 जनवरी से रुपए की तुलना में डॉलर 8.63 रुपए महंगा हुआ है। यह रुपए के वैल्यू में 13.5 प्रतिशत गिरावट है।