जनवरी 2016 से नेताजी से जुड़ी फाइलें होंगी सार्वजनिक: मोदी
सात दशकों से उलझे इस मुद्दे पर नेताजी के परिवार के 35 सदस्यों से प्रधानमंत्री ने आज अपने आवास पर मुलाकात की और उनसे एक घंटे तक बातचीत की। मुलाकात बाद मोदी ने ट्वीट किया, नेताजी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने की प्रक्रिया 23 जनवरी, 2016 को सुभाष बाबू की जयंती से शुरू होगी। उन्होंने एक और ट्वीट कर बताया कि वह विदेशी सरकारों से भी उनके यहां उपलब्ध नेताजी से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने का अनुरोध करेंगे। जिसकी शुरूआत दिसंबर में रूस से अनुरोध के साथ करेंगे।
अपने ट्वीट में मोदी ने कहा, इतिहास को दबाने की कोई जरूरत नहीं है। जो देश अपने इतिहास को भुला देते हैं उनमें इतिहास बनाने की क्षमता नहीं रह जाती। नेताजी के परिवार और कई अन्य लोग गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग उठाते रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि ऐसा करने से 1945 में रहस्यमयी तरीके से नेताजी के गायब हो जाने से जुड़े सवालों के जवाब मिल सकते हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने कुछ दिन पहले अपने पास उपलब्ध नेताजी से जुड़ी 64 फाइलों को सार्वजनिक किया था।
फाइलों को सार्वजनिक करने की उठ रही मांगों के बीच प्रधानमंत्री ने 20 सितंबर को अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम में कहा था कि वह अक्तूबर में अपने आवास पर नेताजी के परिजनों का स्वागत करेंगे। तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि संभवत: पहली बार ऐसा होगा कि नेताजी के परिवार के सदस्य एकसाथ प्रधानमंत्री के आवास पर आएंगे।