बच्चो को कब तक लगाई जा सकती है कोरोना की वैक्सीन, कौन होगा पहला हकदार? जानिए हर सवाल का जवाब
देश में कोरोना महामारी के नए मामलों में भारी गिरावट आई है। इसके पीछ कहीं न कहीं कोरोना टीकाकरण को अहम माना जा रहा है, जिसके बाद अब 18 साल से कम उम्र के बच्चों को भी वैक्सीन लगाने की प्लानिंग शुरू हो गई है। इसके लिए सभी कोमॉर्बिडिटीज की सूची तैयार की जा रही है, जिनमें पीड़ित बच्चों को पहले टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण पर बनें राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के एक सदस्य के अनुसार, ZyCoV-D और कोवैक्सीन को एक साथ लॉन्च करने की तैयारी चल रही है। बीमारियों की लिस्ट तैयार होते ही 2 से 17 साल के बच्चों के लिए यह दोनों टीके लॉन्च कर दिए जाएंगे।
बच्चों को लगने वाली वैक्सीन?
जायडस कैडिला की वैक्सीन ZyCoV-D को 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों पर आपातकालीन इस्तेमाल की स्वीकृति मिल चुकी है। लेकिन, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने फिलहाल भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को अप्रूवल नहीं मिला है। बिना डीसीजीआई की मंजूरी के वैक्सीन को कोरोना वैक्सीन कार्यक्रम में शामिल नहीं किया जा सकता है।
कब तक आ सकती है वैक्सीन?
बच्चों को वैक्सीन कब मिलेगी इसकी कोई तारीख का ऐलान नहीं किया गया है। एनटीएजीआई की सब-कमिटी ने कई बैठक की है, जिसमें बताया गया है कि एक बार को-मॉर्बिडिटीज की सूची बनने के बाद वैक्सीन लॉन्च की डेट भी तय कर दी जाएगी।
वैक्सीन का पहला हकदार कौन
वयस्कों की तरह बच्चों के लिए भी वैक्सीन के लिए प्राथमिकता तय की गई है। एक अधिकारी के मुताबिक को-मॉर्बिडिटीज वाले बच्चों को डॉक्टर का सर्टिफिकेट दिखाने पर टीका लगाया जा सकता है।
दूसरी वैक्सीन पर चल रहे ट्रायल
फिलहाल जायडस कैडिला और भारत बायोटेक बच्चों की वैक्सीन लॉन्च करने जा रहे हैं। इनके अलावा सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की कोवैक्सीन और बायोलॉजिकल ई द्वारा बच्चों पर टीकाकरण ट्रालय किए जा रहे हैं।