आईसीएमआर ने कोविड-19 मामलों की तुरंत पहचान के लिए ‘एंटीबॉडी बल्ड टेस्ट’ का दिया सुझाव
कोरोना वायरस के मामलों की त्वरित पहचान करने के मद्देनजर कोविड-19 के संवेदनशील इलाकों या जहां से सबसे अधिक मामले सामने आए हैं, वहां के लोगों का ‘एंटीबॉडी ब्लड टेस्ट’ किया जा सकता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने अपने अंतरिम परामर्श में कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित इलाकों में ‘रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट’ कराने का सुझाव दिया।
बात दें कि देश में कोविड-19 से मरनेवालों की संख्या 77 हो गई है जबकि संक्रमण के मामले बढ़कर 3,374 हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी सूचना दी है. मंत्रालय ने कहा है कि इनमें 3030 एक्टिव केस हैं। 267 ठीक होकर घर जा चुके हैं।
सिफारिश का फैसला स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए गठित राष्ट्रीय कार्यबल की एक आपात बैठक में लिया गया।
आईसीएमआर ने अपने अंतरिम परामर्श में कहा, ‘ज्यादा प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों की जांच रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट के जरिए की जा सकती है। इस जांच में संक्रमित पाए मामलों की पुष्टि गले या नाक से लिए गए नमूनों के आरटी-पीसीआर से की जाएगी और एंटीबॉडी जांच नकारात्मक पाए जाने पर उन्हें घर पर ही पृथक रहना होगा।’ इसके नतीजे 15-30 मिनट में आ जाते हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में 20 संवदेशनशील स्थानों की पहचान की है, जहां कोविड-19 के सबसे अधिक मामले हैं और 22 ऐसे स्थानों की पहचान भी की है, जो जल्द संवेदनशील स्थानों की सूची में शामिल हो सकते हैं।
इसमें कहा गया है, "स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के मामलों की निगरानी की जानी चाहिए। अतिरिक्त जांच के लिए निगरानी अधिकारी / सीएमओ के ध्यान में लाया जाना चाहिए।"