कुछ लोग आरएसएस को देश का प्रतीक बनाना चाहते हैं: सोनिया गांधी
गांधी जयंती के मौके पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और गांधी पर्यायवाची हैं लेकिन कुछ लोग आरएसएस को देश का प्रतीक बनाना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल में जो हुआ है उससे बापू दुखी होते। उन्होंने कहा कि पांच साल में देश की हालत बिगड़ी है। उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि झूठ की राजनीति करने वालों को गांधी के अहिंसा के दर्शन की समझ नहीं हो सकती। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया को अहिंसा का रास्ता अपनाने की प्रेरणा दी। आज भारत जहां पहुंचा है वह गांधी के रास्ते पर चलकर पहुंचा है। सोनिया ने कहा कि गांधी का नाम लेना आसान है लेकिन उनके रास्ते पर चलना मुश्किल है।
सोनिया गांधी ने कहा, ''गांधी जी भारत का पर्याय हैं। मगर कुछ लोगों ने आजकल इसे उल्टा करने की ठान ली है। वह चाहते हैं कि आरएसएस भारत का पर्याय बन जाए। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। जिन्हें सत्ता के लिए सब कुछ करना मंजूर है वह कैसे समझेंगे कि गांधीजी अहिंसा के प्रचारक थे। जिन्होंने लोकतंत्र की सारी शक्ति खुद की मुट्ठी में रखने की प्यास हो वह कैसे समझेंगे कि गांधीजी के स्वराज का क्या अर्थ है और जिन्हें मौका मिलते ही अपने को सर्वे सर्वा बनाने की इच्छा हो कैसे समझेंगे कि गांधीजी की निस्वार्थ सेवा का मूल्य क्या है।''