रेलवे रोजाना बनाएगा 1,000 पीपीई, रेल से बाहर के अस्पतालों को भी होगी सप्लाई
रेलवे अपनी 17 वर्कशॉप में रोजाना करीब 1,000 पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) तैयार करेगा। रेलवे के पीपीई के प्रोटोटाइप को डीआरडीओ की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। एक बयान में रेलवे ने कहा कि इसके अस्पतालों में जो डॉक्टर और अन्य चिकित्सा कर्मी कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं यह पीपीई उन्हें सुरक्षा प्रदान करेगा।
हरियाणा के जगाधरी में खरीदा जाएगा कच्चा माल
रेलवे जितने पीपीई बनाएगा उनमें से लगभग आधे रेल अस्पतालों से बाहर के चिकित्सा कर्मियों को सप्लाई किए जाएंगे। रेलवे पीपीई के लिए कच्चा माल हरियाणा के जगाधरी में खरीदेगा। रेलवे का यह केंद्र पंजाब की कई बड़ी टेक्सटाइल कंपनियों के करीब पड़ता है। आने वाले दिनों में पीपीई बनाने की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
जून तक 1.5 करोड़ पीपीई कवर की जरूरत
कोरोना वायरस के संक्रमित रोगियों के इलाज में डॉक्टरों और नर्सों की सुरक्षा चिंता का बड़ा विषय बनता जा रहा है। अनेक डॉक्टर और नर्स मरीजों के संपर्क में आने से इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। सरकार का अनुमान है कि चिकित्सा कर्मियों को जून तक करीब 1.5 करोड़ प्रोटेक्टिव कवर की जरूरत पड़ेगी। इस कपड़े को प्रत्येक बार इस्तेमाल के बाद जला दिया जाता है।
चीन से मिले हैं 1.7 लाख पीपीई कवर
सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि चीन से भेजे गए 1.7 लाख पीपीई कवर प्राप्त हुए हैं। भारत में पहले से करीब 20,000 कवर है। इस तरह 1.9 लाख कवर जल्दी ही अस्पतालों को वितरित किए जाएंगे। मंत्रालय के मुताबिक अभी तक 2.94 लाख कवर राज्यों को सप्लाई किए जा चुके हैं। यह कवर पीपीई किट का हिस्सा होते हैं। किट में एन 95 मास्क और प्रोटेक्टिव गॉगल्स भी शामिल होते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार चीन को 60 लाख पीपीई के आर्डर देने पर विचार किया जा रहा है। केंद्र सरकार हर सप्ताह 10 लाख पीपीई किट सप्लाई करने की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस ने की है डॉक्टरों को तत्काल किट उपलब्ध कराने की मांग
डॉक्टरों और नर्सों में कोरोनावायरस का संक्रमण फैलने से चिंतित कांग्रेस पार्टी ने केंद्र से उन्हें तत्काल पर्याप्त संख्या में पीपीई किट उपलब्ध कराने की अपील की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को इस सिलसिले में एक पत्र लिखा है। मुंबई और दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों के संक्रमित होने की बात का जिक्र करते हुए वेणुगोपाल ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों को तत्काल प्रोटेक्टिव गियर उपलब्ध कराने की जरूरत है।
सीताराम येचुरी ने कहा सांकेतिक इवेंट से चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा नहीं होगी
सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी स्वास्थ्य कर्मियों को जल्दी पीपीई उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा कि सांकेतिक इवेंट से चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा नहीं होगी। उनका इशारा रविवार को प्रधानमंत्री द्वारा सभी देशवासियों से दीया जलाने की अपील की तरफ था। उन्होंने कहा कि सरकार को पीपीई का इंतजाम युद्ध स्तर पर करना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि जब जनवरी में पहला मामला सामने आया तभी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी की थी। लेकिन तब सरकार राजनीतिक इवेंट आयोजित करने में व्यस्त थी और हमारे बहादुर स्वास्थ्य कर्मियों की अनदेखी की।