बैंंकों में पैसा जमा कराने वालों की उंगलियों पर अब लगेगी स्याही
वित्त सचिव शक्तिकांत दास की बताया कि एक ही आदमी बार बार नोट बदलवाने के लिए बैंक आ रहे हैं। इसलिए बहुत दिक्कत आ रही है। ऐसे लोगों की पहचान के लिए बैंक अब नकदी निकासी करने वालों की उंगली पर ना मिटने वाली स्याही लगाएंगे। कालेधन को सफेद करने के लिए कुछ लोग आम आदमी को अलग अलग बैंक भी भेज रहे हैं। इससे उनके लिये दिक्कत हो रही है जो पहली बार या जरूरतमंद हैं उनको कैश निकालने का मौका नहीं मिल रहा है। अलग लाइन की व्यवस्था भी चल रही है।
जैसे वोट डालने के बाद वोटर की अंगुली पर स्याही लगा दी जाती है जिससे कि वो दोबारा वोट डालने आए तो पहचाना जा सके ठीक वैसे ही कैश लेने के बाद बैंककर्मी कैश लेने के वाले की अंगुली पर स्याही लगा देगा। सरकार ने ये कदम इसलिए उठाया है कि एक ही शख्स बार बार कैश लेने के लिए लाइन में खड़ा हो जाता है और नये लोग कैश नहीं ले पाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने बीते दो दिनों में दो बार मुद्रा आपूर्ति की समीक्षा की है। बैंकों के पास नकदी की समस्या नहीं है और जो लोग अफवाह फैला रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ये भी बताया कि बैंक कर्मचारी हड़ताल पर नहीं जा रहे हैं। इस तरह की खबरें जो सोशल मीडिया पर चल रही हैं वो अफवाह है।
दास ने बताया कि डाकघरों एवं जिला सहकारी बैंकों में नकदी उपलब्धता बढ़ायी गई है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों को कम मूल्य की मुद्रा में मिल रहे दान को तत्काल बैंकों में जमा कराने की अपील की गई है ताकि मुद्रा आपूर्ति को बढ़ाया जा सके। दास ने कहा कि सरकार जन-धन खातों पर करीब से नजर रखे हुए है, वैध जमा करने वालों को कोई असुविधा नहीं होगी। गौरतलब है कि थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति अक्तूबर में गिरकर 3.39 प्रतिशत के स्तर पर, पिछले महीने यह आंकड़ा 3.57 प्रतिशत था। भाषा एजेंसी