जामिया ने एचआरडी मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट, सरकार का दावा- 42 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हालात शांतिपूर्ण
जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने परिसर में पुलिस कार्रवाई के घटनाक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) को एक रिपोर्ट भेजी है। वहीं सरकार का दावा है कि जामिया और एएमयू को छोड़कर 42 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हालात शांतिपूर्ण हैं और परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आयोजित की जा रही हैं।
गौरतलब है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से उनके परिसरों में हुए हिंसक घटनाक्रम पर मंगलवार को रिपोर्ट मांगी और उनसे शांति सुनिश्चित करने के लिए कहा। दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपति मंगलवार को एचआरडी मंत्रालय गए और उन्होंने तथ्य पेश किए।
पुलिस कार्रवाई की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग
सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उच्च स्तरीय जांच का आदेश देने के लिए कोई आधिकारिक अनुरोध नहीं मिला है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति ने एचआरडी मंत्रालय को बताया कि विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने जामिया के पुस्तकालय में छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए सोमवार को एक प्रस्ताव पारित किया। एक सूत्र ने कहा, ‘‘जांच के बारे में अभी तक कोई औपचारिक अनुरोध नहीं मिला है।’’
जनवरी में लंबित परीक्षा के नये कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी
सूत्रों के अनुसार, जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के साथ अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने एक कार्यक्रम में एचआरडी मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत की और बताया कि हॉस्टल में रह रहे अधिकतर छात्र घर चले गए हैं क्योंकि अवकाश की घोषणा कर दी गई है। उन्होंने बताया कि जनवरी में विश्वविद्यालयों के फिर से खुलने पर लंबित परीक्षा के नये कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
‘42 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हालात शांतिपूर्ण’
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जामिया और एएमयू को छोड़कर 42 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हालात शांतिपूर्ण हैं और परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जा रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि देश में 42 केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं और केवल कुछ में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुए।
नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि पुलिस रविवार को जामिया और एएमयू के परिसरों में घुसी और संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन को काबू में करने के लिए बल का प्रयोग किया।