एसपीओ और उनकी पत्नी की हत्या पर भड़का राजनीतिक दल, बताया आतंकवाद की कायरतापूर्ण हरकत
जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने सोमवार को पुलवामा जिले में हुई एसपीओ और उनकी पत्नी की हत्या को लेकर निंदा की है। उन्होंने इस घटना को निंदनीय, कायरतापूर्ण कृत्य और एक तरह का आतंकवाद करार दिया है।
इस घटना के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा "मैं जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ फैयाज अहमद, उनकी पत्नी और उनकी छोटी बेटी पर कल रात उनके घर पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की निंदा करता हूं। मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें जन्नत में जगह मिले और उनके चाहने वालों को इस भयानक समय में शक्ति मिले।"
इस हमले को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विट कर लिखा "अवंतीपोरा में कायरतापूर्ण हमले की निंदा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त मजबूत नहीं हैं, जिसमें एक जेकेपी अधिकारी फैयाज अहमद, उनकी पत्नी और बेटी की जान चली गई। अल्लाह तआला उन्हें मग़फिरत और उनके चाहने वालों को इस क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।"
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा कि हत्या की खबरें दुखद हैं औऱ हिंसा के गुनहगारों को किसी की परवाह नहीं है। लोन ने ट्विट में कहा कि उठते ही दुखद खबर से सामना हुआ। पूरे परिवार को गिलयों से भून दिया। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। परिवार को दुख सहन करने की ताकत मिले।
भाजपा के जम्मू-कश्मीर के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने भी हमले की कायरता और बर्बरतापूर्ण निंदा करते हुए कहा कि एक पुलिस वाले के घर में घुसकर उसे और उसके परिवार के सदस्यों को मारना आतंकवादी कृत्य है।
ठाकुर ने कहा "जिन्होंने यह हरकत की है वे कड़ी निंदा के पात्र हैं और जो इस घटना के जिम्मेदार हैं, उनका भी यही हश्र होगा। निर्दोष पत्नी और पुलिसकर्मी की बेटी का क्या दोष था? महिलाओं को मारना किसी भी तरह से बहादुरी नहीं है, बल्कि यह कायराना हरकत है जिसकी कड़े से कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।" उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और पुलिस से अपराध के अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आग्रह किया।