सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से दिया इस्तीफा
ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी ने सोमवार को अलगाववादी गठबंधन से इस्तीफा दे दिया। वह अब हुर्रियत का हिस्सा नहीं हैं। इस संबंध में उन्होंने एक ऑडियो संदेश भी जारी किया है।
पांच अगस्त 2019 के बाद जम्मू कश्मीर में लगातार बदल रहे सियासी हालात के बीच अलगाववादी खेमे की सियासत का यह बड़ा घटनाक्रम है।
उन्होंने हुर्रियत कांफ्रेंस के सभी घटक दलों के नाम एक पत्र भी जारी किया है। अपने आडियो संदेश में उन्होंने कहा है कि माैजूदा हालात में मैं आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस से इस्तीफा देता हूं। मैने हुर्रयित के सभी घटक दलों और मजलिस ए शूरा को भी अपने फैसले से अवगत करा दिया है।
हुर्रियत कांफ्रेंस का गठन 9 मार्च, 1993 को कश्मीर में अलगाववादी दलों के एकजुट राजनीतिक मंच के रूप में किया गया था।
इसके गठन के दस साल बाद, हुर्रियत कांफ्रेंस मीरवाइज उमर फारूक की अध्यक्षता और सैयद अली शाह गिलानी की अध्यक्षता वाले गुट में विभाजित हो गया।
गिलानी पिछले चार वर्षों से अपने श्रीनगर के हैदरपोरा इलाके के निवास स्थान पर नजरबंद हैं।