जेईई-नीट परीक्षा छात्रों और अभिभावकों की मांग के बाद आयोजित किया जा रहा: रमेश पोखरियाल 'निशंक'
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स और नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में बैठने वाले छात्रों को लेकर "सुरक्षित वातावरण" के लिए कई कदम उठाए गए हैं। एनटीए ने इसमें छात्रों और उनके अभिभावक के सहयोग की मांग की। इस बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा कि सरकार ने छात्रों और उनके माता-पिता की मांग के बाद दो प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है।
निशंक ने डीडी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “परीक्षा आयोजित करने के लिए मंत्रालय पर छात्रों और उनके माता-पिता का लगातार दबाव रहा है। वे पूछ रहे थे कि प्रवेश परीक्षा क्यों नहीं आयोजित की जा रही है। बच्चे कब तक तैयारी करेंगे। वे साल नहीं गंवाना चाहते हैं।”
शिक्षा मंत्री ने जेईई और नीट उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनटीए द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों को बताते हुए कहा कि छात्रों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है, फिर उनकी शिक्षा। एनटीए ने ये सुनिश्चित किया है कि इन दोनों परीक्षाओं में 99% से अधिक उम्मीदवारों को केंद्र शहरों की पहली पसंद मिले हैं। अभी 450 छात्रों के अनुरोध उनकी पसंद के परीक्षा केंद्र आवंटित करने के लिए आए हैं। एनटीए इसके लिए तैयार है।
परीक्षा हॉल के अंदर "उचित सामाजिक दूरी" सुनिश्चित करने के लिए जेईई उम्मीदवारों को एक सीट छोड़ कर बैठाया जाएगा। एनटीए ने एक बयान में कहा, "नीट उम्मीदवारों की संख्या प्रति कमरा 24 से घटाकर अब 12 कर दी गई है।" परीक्षा हॉल के बाहर सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए, उम्मीदवारों के प्रवेश और निकास के समय में अंतर रखा गया है। एनटीए ने कहा कि जेईई मेन्स के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से 660 और नीट के लिए 2,546 से 3,843 की गई है।
जेईई मेन्स के लिए शिफ्ट की संख्या 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है और प्रति शिफ्ट में उम्मीदवारों की संख्या 1.32 लाख से घटाकर अब 85,000 कर दी गई है। उन्होंने कहा, “परीक्षा केंद्रों के बाहर पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, ताकि प्रतीक्षा करते समय उम्मीदवार पर्याप्त सामाजिक दूरी के साथ खड़े हो सकें। एजेंसी ने कहा कि उचित सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए 'क्या करें औ क्या न करो’ के बारे में उम्मीदवारों को सलाह जारी की गई है।
इसके अलावा, एनटीए ने कहा कि उसने राज्य सरकारों को जेईई और एनईईटी उम्मीदवारों के यातायात व्यवस्था को लेकर कदम उठाने को लेकर लिखा है ताकि वे समय पर अपने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में सक्षम हों। एनटीए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए जेईई-मेन्स की परीक्षा एक सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित करने जा रहा है। जबकि 13 सितंबर को नीट परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जेईई-मेन्स के लिए 8.58 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है जबकि नीट के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या 15.97 लाख है।