ऐसा होगा एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट, 7 करोड़ यात्रियों को ले जाने की होगी क्षमता
देश के सबसे बेहतरीन एयरपोर्ट नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट -जेवर के नाम से जाना जाएगा। इसका लोगो सारस के अक्श के रूप में होगा। और यह उत्तर प्रदेश का ग्लोबल ब्रांड होगा । चार चरणों में बनने वाला यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट 2050 में तैयार हो जाएगा ।इसके पहला चरण पर काम शुरू हो रहा है और यह माना जा रहा है कि 7 करोड़ यात्री की आवाजाही 2050 तक शुरू हो जाएगी। दुनिया के सबसे बेहतरीन एयरपोर्ट की बराबर ही जेवर का यह नोएडा ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर होगा इसके अंदर अत्यधिक आधुनिक सभी मूलभूत सुविधाएं होंगी सरकार का मानना है ग्लोबल ब्रांड' के रूप में उभरेगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लोगो, नाम और डिजाइन को अपनी स्वीकृति दी। चार फेज में बनने को प्रस्तावित इस एयरपोर्ट की शुरुआती क्षमता 12 मिलियन यात्री प्रति वर्ष की होगी, जिसे अलग-अलग फेज में विस्तार देते हुए 2050 तक 70 मिलियन यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा।यही नहीं प्रारंभ में यहां 02 रन-वे होंगे जिसे 05 रन-वे तक किया जाएगा। इसका नाम 'नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर' होगा, जबकि लोगो में राज्य पक्षी 'सारस' का अक्स है।बात यात्री सुविधाओं की हो या भव्यता की, सब कुछ विश्वस्तरीय होगा। एयरपोर्ट की डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के विश्वप्रसिद्ध एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एविएशन सेक्टर आज के समय में बहुआयामी प्रगति का माध्यम है। इससे आर्थिक विकास में भी वृद्धि होती है। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के विकास में हर संभव मदद देने की बात कही।
नोएडा एयरपोर्ट एयरपोर्ट में कुल 5 रन-वे होगा। वर्तमान में 2 रन-वे के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जबकि शेष तीन रनवे के लिए 3418 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है।
अब तक कब-कब क्या-क्या
- नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 06 जुलाई 2017 को साइट क्लीयरेंस दिया गया।
- गृह मंत्रालय द्वारा 05 अक्टूबर 2017 को तथा रक्षा मंत्रालय द्वारा 11 जुलाई 2018 को एयरपोर्ट के लिए एनओसी दी गई।
- एयरपोर्ट के लिए 29 नवंबर 2019 को फाइनेंशियल बिड खोली गई, जिसमें ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने सबसे अधिक प्रति पैसेंजर दिए जाने हेतु प्रीमियम की बोली ₹400.97 लगाई थी।
- 16 दिसंबर 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार ने ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को सेलेक्टर बिडर घोषित कर कंडीशनल लेटर ऑफ अवार्ड प्रदान किया।
- परियोजना को 09 मार्च 2020 को पर्यावरण क्लीयरेंस प्राप्त हुई।
- नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 04 मई 2018 को सैद्धांतिक अनुमति तथा सिक्युरिटी क्लीयरेंस 18 मई 2020 को प्रदान की गई।
- 07 अक्टूबर 2020 को ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी के एसपीयू यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा.लि. व उत्तर प्रदेश सरकार को कम्पनी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के बीच कंशेसन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए।
- विश्वस्तरीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए कंशेसनायर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा.लि. ने 04 दिसम्बर 2020 को मास्टर प्लान नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे परीक्षण के लिए नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार को भेज दिया गया।