करतारपुर कॉरिडोर: तकनीकी पहलुओं पर बातचीत के लिए आज मिलेंगे भारत-पाक के अधिकारी
करतारपुर गलियारे को लेकर पंजाब में डेरा बाबा नानक की जीरो लाइन पर भारत और पाकिस्तान की दूसरे दौर की वार्ता के लिए एक बैठक होने जा रही है। इसमें कॉरिडोर के निर्माण कार्य से संबंधित सभी तकनीकी मुद्दों के अलावा सुरक्षा इंतजामों को लेकर विचार किया जाएगा।
इस बैठक में करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में माथा टेकने के लिए जाने वाली संगत के लिए इमिग्रेशन व सीमा शुल्क की औपचारिकताओं पर बातचीत होने की संभावना भी है। लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सीमा शुल्क विभाग, आव्रजन विभाग, सिंचाई विभाग, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) आदि विभागों के अधिकारी पाकिस्तान के अपने समकक्षों के साथ विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
बैठक का मुख्य एजेंडा
सराकारी सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के एजेंडे में मुख्यतः करतारपुर गलियारा परियोजना के जलवैज्ञानिक पहलू और निर्माण कार्यों के अन्य तकनीकी पहलू होंगे। सूत्र बताते हैं कि करतारपुर गलियारा परियोजना के तहत पाकिस्तानी सीमा क्षेत्र में रावी नदी पर एक पुल भी बनना है। इस पुल के निर्माण से कहीं भारत में बाढ़ का खतरा बढ़ तो नहीं जाता इसको लेकर चिंताएं हैं।
भारत ने 2 अप्रैल को निर्धारित बातचीत टालने का फैसला लिया था
महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान की ओर से खालिस्तानी और अलगाववादी तत्वों को करतारपुर संबंधी समिति में जगह दिए जाने पर स्पष्टीकरण तलब करते हुए भारत ने 2 अप्रैल को निर्धारित बातचीत को टालने का फैसला लिया था। हालांकि तकनीकी पहलुओं पर चर्चा के लिए नई दिल्ली ने बाद में 16 अप्रैल की तारीख सुझाई थी जिसपर पाकिस्तान ने रजामंदी जता दी थी।
यात्रियों की संख्या पर भी बातचीत
बैठक में यात्रियों की संख्या पर भी बातचीत होगी। डेरा बाबा नानक में निर्माणाधीन इंटरग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) के बारे में जानकारी देते हुए अटारी में कार्यरत लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रबंधक सुखदेव सिंह ने बताया कि आईसीपी के निर्माण के लिए जमीन को समतल करने का काम चल रहा है। जमीन के समतल होने के बाद यात्री टर्मिनल भवन का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
इस बैठक में कई अधिकारी रहेंगे मौजूद
इस तकनीकि वार्ता के लिए भारत और पाकिस्तान के अनेक विभागों के कई अधिकारी मौजूद होंगे। सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय को अभी तक खालिस्तानी अलगाववादियों को करतापुर परियोजना संबंधी समिति में शामिल किए जाने के सवालों पर पाक का जवाब नहीं मिला है।
पिछली बैठक में हुई थी इस मुद्दे पर चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, करतारपुर कॉरिडोर में बनाई जाने वाली सड़क के फाइनल रोड लेवल (एफआरएल) पर 19 मार्च की बैठक में चर्चा हुई थी। दोनों देशों के अधिकारियों ने इस पर सहमति व्यक्त की थी। पिछली बैठक में एफआरएल के मुद्दे पर ही बातचीत की गई थी।
वहीं कॉरिडोर के निर्माण कार्य को नवंबर महीने तक पूरा करने के लिए भारत में तेजी से काम शुरू हो गया है। निर्माण कार्य दिन में तो होता ही है, अब रात में भी कंपनियां बीएसएफ के निगरानी में निर्माण कार्यों में जुटी हैं। बीएसएफ के डीआईजी राजेश शर्मा ने यह जानकारी दी।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही सीगल प्राइवेट इंडिया लिमिटेड कंपनी की ओर से भूमि पूजन करके मिट्टी डालने का काम शुरू कर दिया गया था। इस समय खेतों में गेहूं की फसल पक चुकी है। फसल की कटाई के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। 18 मार्च से ही 50 एकड़ भूमि को समतल करने का काम शुरू हो चुका है।