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14 March 2020

केरल के कोरोना संदिग्ध का दर्द, आइसोलेशन वार्ड की खिड़की से किया पिता का ‘अंतिम दर्शन’

Lino Abel's Facebook

9 मार्च की रात 10.30 बजे, लिनो एबल के पिता ने कोट्टयम मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली। लेकिन उसी अस्पताल में भर्ती लिनो अपने पिता को आखिरी बार नहीं देख पाए। क्योंकि एक दिन पहले ही कतर से लौटा लिनो कोरोना वायरस के संदेह में आइसोलेशन वार्ड में था। अगले दिन उन्होंने अंतिम संस्कार से ठीक पहले अपने पिता के बेजान रूप को एक वीडियो कॉल पर देखा। इसके बावजूद, उन्होंने फेसबुक पर लोगों से अपील की है कि कोरोना के संदेह होने पर रिपोर्ट करें होम क्वारंटाइन या मेडिकल आइसोलेशन पर रहें। हालांकि अब शनिवार को जानकारी मिली है कि लिनो का कोरोना वायरस टेस्ट नेगेटिव आया है।

लिनो गुरुवार को एक फेसबुक पोस्ट पर लिखते हैं,  “अच्चन (पिताजी) की उस रात एक स्ट्रोक से मृत्यु हो गई। मैंने पूछा कि क्या मैं उसे आइसोलेशन वार्ड से देख सकता हूं और सलाह दी गई कि इस स्थिति में यह एक अच्छा विचार नहीं है। मैं केवल रो सकता था। यह भयानक था कि मैं उनके बहुत करीब था और उन्हें नहीं देख सकता था।”

पिता की तबीयत के बारे में सुनकर कतर से आया था केरल

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7 मार्च की सुबह वह अपने भाई से मध्यरात्रि में अपने पिता के बिस्तर से गिरने के बारे में सुना था। भाई ने उन्हें बताया कि उनके पिता को गंभीर हालत में थोडुपुझा में उनके घर से कोट्टायम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। लिनो ने अपनी कंपनी कतर- बीगोल्ड प्रोडक्शन से छुट्टी ली और अगली सुबह कोच्चि हवाई अड्डे पर उतरे। तब उनका तापमान सामान्य था और उन्होंने थोडुपुझा पहुंचने पर एक एन 95 मास्क खरीदा। लेकिन उन्होंने कोरोना वायरस के बारे में बहुत कुछ सुना था और अन्य लोगों को जोखिम में डालने के बारे में डर था। उसने किसी को नहीं छुआ और सभी से दूरी बनाए रखी। कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में उन्होंने अपने भाई से बात की लेकिन अपने पिता को नहीं देखने का फैसला किया जो तब वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।

खुद ही अस्पताल को दी जानकारी

लौटने के थोड़ी देर बाद जब लिनो को खांसी शुरू हुई और उनके गले में जलन हुई, तो उन्होंने अस्पताल के कोरोना वायरस सेक्शन को रिपोर्ट करने की ठानी। वह लिखते हैं, "पहले तो मुझे लगा कि मुझे कोई जरूरत नहीं है, लेकिन जब मैंने अपने परिवार और अपने आस-पास के लोगों के बारे में सोचा, तो मैंने संबंधित विभाग को रिपोर्ट करने का फैसला किया।"

आइसोलेशन वार्ड में ले जाने से पहले डॉक्टर ने उन्हें बताया कि कैसे कतर में वायरस फैला । उस रात उनके पिता का निधन हो गया।

खिड़की से किया पिता का अंतिम दर्शन

अगली सुबह, उनके पिता का पोस्टमॉर्टम आइसोलेशन वार्ड के ठीक सामने एक कमरे में हुआ। बाद में लिनो ने अपने कमरे की खिड़की से उन्हें देखा। उसके बाद एम्बुलेंस से उनके पिता के शव को दोपहर में उनके घर ले जाया गया।

मैं पिता का अंतिम दर्शन कर सकता था....

लिनो लिखते हैं, “शायद अगर मैंने खुद ही रिपोर्ट नहीं किया होता, तो मैं अपने अच्चन (पिता) को देख सकता था। लेकिन  मैंने यह खुद तय किया था कि यदि मेरे पास यह बीमारी है तो मैं अपने परिवार और अन्य लोगों को बीमारी फैलाने का कारण नहीं बनूंगा।” लिनो यहीं नहीं रूकते, वे आगे लिखते हैं, वह भारत आने वाले अन्य प्रवासी भारतीयों से आग्रह करता है कि वे खुद ही निकटतम चिकित्सा कार्यालय को रिपोर्ट करें। "यदि आप इसके लिए कुछ दिन अलग रखते हैं, तो आप बाद में अपने परिवार के साथ खुशी से रह सकते हैं।"

लिनो का कोरोना टेस्ट आया नेगेटिव

अब शनिवार लगभग 11 बजे सूचना मिली है कि लिनो एबल के कोरोना टेस्ट का रिजल्ट नेगेटिव आया है। उनके भाई लिजो एबल ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए फेसबुक पर यह जानकारी दी है। उन्होंने पोस्ट किया, “मेरे छोटे भाई लिनो एबल के कोरोना टेस्ट परिणाम आ गए हैं। यह नेगेटिव है। सभी को धन्यवाद जिन्होंने प्यार को दिया।”

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TAGS: Kerala, Lino Able, isolated, COVID-19, misses, father’s funeral, Lijo Able, Kottayam, coronavirus, Lino Abel, Lijo Abel
OUTLOOK 14 March, 2020
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